Ganpati Puja 2025: गणेश चतुर्थी का त्योहार हर घर में उमंग और श्रद्धा लेकर आता है। मूर्तियों की सजावट, पूजा और उत्सव के बीच सबसे खास होता है भगवान गणेश का भोग। माना जाता है कि जिस घर में सच्चे मन से गणपति का स्वागत होता है और उन्हें प्रिय भोजन अर्पित किया जाता है, वहां सुख-समृद्धि बनी रहती है। महाराष्ट्र में यह परंपरा खास तौर पर स्वादिष्ट व्यंजनों से जुड़ी है।
मोदक को तो गणपति बप्पा का सबसे प्रिय व्यंजन माना जाता है। गुड़ और नारियल की मीठी भरावन वाले इस पकवान के बिना पूजा अधूरी सी लगती है। इसी तरह पूरनपोली, यानी मीठी दाल से भरी रोटी, महाराष्ट्र की रसोई का अभिन्न हिस्सा है, जो त्योहारों पर जरूर बनाई जाती है।
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इस व्यंजन के बिना अधूरी है गणपति बप्पा की पूजा
त्योहार की थाली में श्रीखंड की मिठास भी खास जगह रखती है। छाने हुए दही से बना यह व्यंजन केसर और इलायची की खुशबू के साथ हर किसी का दिल जीत लेता है। वहीं व्रत रखने वालों के लिए साबूदाना खिचड़ी सबसे हल्का और एनर्जेटिक विकल्प है। मूंगफली और आलू के साथ बनी यह डिश स्वाद और सेहत दोनों देती है।
गुड़ और नारियल से बनी मिठाई
बच्चों और बड़ों को समान रूप से पसंद आने वाला एक और पकवान है रवा शीरा। सूजी, दूध और घी से बना यह हलवा भगवान को भोग लगाने के साथ ही घर के सभी सदस्यों का भी मन खुश कर देता है। और हां, मीठे में करंजी (गुड़ और नारियल से भरी कुरकुरी गुजिया जैसी मिठाई) का भी अपना अलग ही मजा है। कह सकते हैं कि ये छह व्यंजन गणेश चतुर्थी की थाली को न सिर्फ स्वादिष्ट बनाते हैं बल्कि त्योहार की पवित्रता और उल्लास को भी कई गुना बढ़ा देते हैं।
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