Adhik Maas 2025: जल्द ही साल 2026 की शुरुआत होने वाली है. आने वाला साल बहुत विशेष होने वाला है. इस साल 2026 में 12 नहीं बल्कि 13 माह होंगे. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह साल अधिक मास होगा, अधिक मास को लीप ईयर के नाम से भी जाना जाता है.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हिंदू नवर्ष की शुरुआत चैत्र माह से होती है. साल 2026 में अधिक मास की शुरुआत 17 मई से हो रही है जो 15 जून 2026 तक चलेगा. इस बार अधिक मास ज्येष्ठ माह में लगेगा.
ज्येष्ठ माह को हनुमान जी की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इस माह में पड़ने वाले बड़े मंगल पर हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है और इस दौरान भंडारा का आयोजन भी किया जाता है.
अधिक मास क्यों लगता है ?
हिन्दी पंचांग में काल गणना सूर्य और चंद्र के आधार पर की जाती है. जब सौर मास के 32 महीने पूरे होते हैं, तब तक चंद्र मास के 33 महीने हो जाते हैं. सौर वर्ष और चंद्र वर्ष में हर तीसरे साल 1 महीने का अंतर आ जाता है.
इस अंतर को खत्म करने के लिए अधिक मास की व्यवस्था ऋषि-मुनियों ने शुरू की थी. अधिकमास हर तीन साल में एक बार आता है, जिस संवत् में अधिक मास होता है, वह साल 13 महीनों का होता है.
अधिक मास शुभ नहीं होता ?
अधिक मास को शुभ नहीं माना गया है. मलिन होने की वजह से इसे मलमास कहते हैं. इस माह में शुभ कार्य करने वर्जित होते हैं. इसीलिए इस दौरान शादी, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.