Home > मध्य प्रदेश > ‘महंगी दवा लिखो और विदेश..’, MP में दवा कंपनियों-डॉक्टरों के बीच गंदा खेल, अब हुआ ये बड़ा एक्शन!

‘महंगी दवा लिखो और विदेश..’, MP में दवा कंपनियों-डॉक्टरों के बीच गंदा खेल, अब हुआ ये बड़ा एक्शन!

Chhindwara Cough Syrup case: 10 साल की खामोशी के बाद, जब शिकायतकर्ता ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की धमकी दी, तो काउंसिल ने कड़ा रुख अपनाया और 30 सितंबर को इन डॉक्टरों को नोटिस भेजकर पूछा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए.

By: Ashish Rai | Last Updated: October 12, 2025 5:16:59 PM IST



Chhindwara Cough Syrup: छिंदवाड़ा में जानलेवा कफ सिरप कोल्ड्रिफ पीने से 25 बच्चों की मौत हो गई। परासिया के डॉ. प्रवीण सोनी पिछले 10 सालों से श्रीसन फार्मा की यह दवा लिख ​​रहे थे. दवा कंपनी और डॉ. प्रवीण सोनी के बीच एक अघोषित समझौता था, हालाँकि यह दवा कंपनियों और डॉक्टरों के बीच सांठगांठ का एक उदाहरण मात्र है. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला 10 सालों से मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल की फाइलों में धूल फांक रहा है, जिसमें राज्य के 14 जिलों के 20 बड़े और नामी निजी डॉक्टर एक दवा कंपनी के खर्चे पर अपने परिवार के साथ इटली गए. बदले में इन डॉक्टरों ने मरीजों को इसी कंपनी की दवाएं लिखीं.

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मेडिकल काउंसिल की सुस्ती पर उठ रहे गंभीर सवाल

यह मामला 10 साल पहले दर्ज किया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल की सुस्ती और लापरवाही का आलम यह है कि वह इन डॉक्टरों को पत्र लिखकर उनके यात्रा टिकट और बैंक विवरण मांगती रहती है. नियमों के अनुसार, काउंसिल को किसी भी शिकायत का समाधान अधिकतम छह महीने के भीतर करना होता है.

10 साल की खामोशी के बाद, जब शिकायतकर्ता ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की धमकी दी, तो काउंसिल ने कड़ा रुख अपनाया और 30 सितंबर को इन डॉक्टरों को नोटिस भेजकर पूछा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए.

20 डॉक्टरों को 15 दिन में जवाब देने का आदेश 

मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल ने 30 सितंबर को यह पत्र जारी कर 20 डॉक्टरों से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है. 10 साल पहले की विदेश यात्रा, आज तक सिर्फ नोटिस इस पूरे मामले की जड़ें 10 साल पुरानी हैं। रायपुर के व्हिसल ब्लोअर और सामाजिक कार्यकर्ता विकास तिवारी ने 28 अगस्त 2015 को मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी.शिकायत में उन्होंने सबूतों के साथ दावा किया था कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुल 28 निजी डॉक्टर 13 जुलाई से 21 जुलाई 2014 के बीच इटली के खूबसूरत शहर वेनिस और पोर्टोरोज की यात्रा पर गए थे.

मेडिकल काउंसिल ने 20 डॉक्टरों को भेजा नोटिस

1. इंदौर
डॉ. ए. बी. पटेल
डॉ. उमेश मसंद

2. इटारसी
डॉ. कन्हैयालाल जैसवानी

3. दमोह
डॉ. दर्शनमल संगतानी

4. कटनी
डॉ. प्रवीण वैश्य

5. रीवा 
डॉ. राजेश सिंघल

6. सतना
डॉ. सुशील कुमार श्रीवास्तव 
डॉ. राजेश जैन

7. नरसिंहपुर
डॉ. सचिंद्र मोदी
डॉ. गिरीश चरण दुबे

8. खरगोन
डॉ. रवि महाजन

9. धार 
डॉ. विष्णु कुमार पाटीदार

10. मंदसौर
डॉ. विजय शंकर मिश्रा

11. जबलपुर
डॉ. नरेश कुमार बंसल
डॉ. विजय चावला
डॉ. अजय भण्डारी

12. ग्वालियर
डॉ. राजेश्वर सिंह जादौन

13. शुजालपुर
डॉ. एस. एन. गुप्ता

14. नीमच 
डॉ. प्रकाश चंद्र पटेल
डॉ. रश्मि पटेल

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