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Jharkhand: BCCL के खाली आवास में दबे 6-7 बच्चे, हालत नाजुक

Jharkhand: बारिश से बचने के लिए बच्चे बीसीसीएल के खाली आवास में घुस गए। इसी दौरान घर का हिस्सा अचानक ढह गया और सभी बच्चे मलबे में दब गए.

By: Swarnim Suprakash | Published: September 10, 2025 9:44:50 PM IST



रांची, झारखण्ड से मनीष मेहता की रिपोर्ट 
Jharkhand: धनबाद के झरिया कोयलांचल से एक बड़ी खबर सामने आई है. लोदना एरिया नंबर 8 में बुधवार को बीसीसीएल के एक खाली आवास में तेज बारिश के दौरान बड़ा हादसा हो गया। मलबा गिरने से वहां छिपे 6 से 7 बच्चे दब गए. सभी बच्चों को जेसीबी और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है.

बारिश से बचने को खाली घर में छिपे थे बच्चे

जानकारी के मुताबिक इलाके में अचानक तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश से बचने के लिए बच्चे बीसीसीएल के खाली आवास में घुस गए. इसी दौरान घर का हिस्सा अचानक ढह गया और सभी बच्चे मलबे में दब गए। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया और तत्काल रेस्क्यू अभियान शुरू किया. 

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रेस्क्यू में जुटे स्थानीय लोग

स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया. जेसीबी मशीन का भी सहारा लिया गया। गंभीर रूप से घायल बच्चों में एक बच्ची की पहचान सुशमा कुमारी के रूप में हुई है. सभी को 108 एंबुलेंस से शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताया है.

लापरवाही पर उठे सवाल

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि यह हादसा बीसीसीएल की लापरवाही का नतीजा है. ग्रामीणों का आरोप है कि जिन आवासों को खाली कराया गया था, उन्हें पहले ही तोड़ा जाना चाहिए था. लेकिन प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की और नतीजा यह हुआ कि बच्चों की जान पर बन आई.

पहले हो चुका पुनर्वास

बताया जा रहा है कि लोदना इलाके के विस्थापितों को पहले ही करमाटांड में पुनर्वासित कर दिया गया था. इसके बावजूद खाली आवास को ज्यों का त्यों छोड़ दिया गया था. फिलहाल सभी घायलों का इलाज जारी है और इलाके में तनाव का माहौल है. लोग बीसीसीएल प्रबंधन से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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