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भरे हुए टॉयलेट, तंबाकू वाले वॉशबेसिन; ट्रेनों की हालत पर सामने आई CAG Report

Train Toilet Cleanliness: हाल ही में CAG की तरफ से एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रेनों में सफर करने वाले लोग किस-किस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जी हाँ CAG ने दूरी की ट्रेनों में साफ-सफाई की स्थिति को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं ।

By: Heena Khan | Published: August 25, 2025 8:20:25 AM IST



Train Toilet Cleanliness: हाल ही में CAG की तरफ से एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रेनों में सफर करने वाले लोग किस-किस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जी हाँ CAG ने दूरी की ट्रेनों में साफ-सफाई की स्थिति को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं । रिपोर्ट के मुतबिक 40 प्रतिशत से ज़्यादा यात्री ट्रेनों के शौचालयों की सफाई से काफी नाराज हैं, जबकि आधे से ज़्यादा यात्रियों ने ट्रेन में उपलब्ध हाउसकीपिंग सेवाओं को लेकर असंतुष्टता जताई है। आपको बता दें, यह सर्वेक्षण 2018-19 से 2022-23 की अवधि के दौरान 96 ट्रेनों में 2,426 यात्रियों के बीच किया गया था।

गंदगी से परेशान यात्री 

कैग ने इन्ही मामलो को लेकर कहा कि ट्रेनों में भरे हुए शौचालय, गंदे वॉशबेसिन, पानी की कमी और गंदे वेस्टिब्यूल क्षेत्र जैसी समस्याएं आम हैं। हालांकि, शौचालयों की सफाई से संबंधित 89 फीसदी शिकायतों का समय पर समाधान कर दिया गया, वहीँ अब भी कई तरह की समस्याएं जारी हैं। दरअसल, कर्मचारियों, सफाई उपकरणों की कमी और रेलवे अधिकारियों द्वारा अनियमित निगरानी को खराब सफाई के मुख्य कारणों के रूप में दर्शाया गया है। वहीँ इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि एसी कोचों में बायो-टॉयलेट की हालत नॉन-एसी कोचों से बेहतर थी। लेकिन पूर्वी तट, पश्चिमी और पूर्वी रेलवे जैसे पांच जोनों में 50 फीसदी से ज्यादा यात्री गंदगी को लेकर नाराज हैं। वहीं, उत्तरी और उत्तर मध्य रेलवे में 90 फीसदी से ज्यादा यात्रियों ने सफाई को लेकर संतोष व्यक्त किया।

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बायो-टॉयलेट सबसे बड़ी समस्या 

वहीँ आपकी जानकारी के लिए बता दें, कैग ने यात्रियों द्वारा बायो-टॉयलेट के दुरुपयोग को भी एक बड़ी समस्या बताया है। जिसके चलते जागरूकता अभियान चलाने की भी अपील की गई है। इतना ही नहीं इस दौरान पानी की कमी को बड़ी समस्या बताया है। वहीँ इस सर्वेक्षण में शामिल 2,426 यात्रियों में से 366 ने शौचालयों और वॉशबेसिन में पानी की कमी की शिकायत दर्ज कराई है। वहीँ साल 2022-23 में, रेल मदद ऐप के माध्यम से पानी की कमी से संबंधित एक लाख से अधिक मामले भी दर्ज कराए गए हैं।

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