Home > देश > Bihar Chunav 2025: 2015-20 के हलफनामे में तेजस्वी थे बड़े भाई, विजय सिन्हा ने लालू परिवार पर लगाया इस बड़े घोटाले का आरोप, RJD में हड़कंप

Bihar Chunav 2025: 2015-20 के हलफनामे में तेजस्वी थे बड़े भाई, विजय सिन्हा ने लालू परिवार पर लगाया इस बड़े घोटाले का आरोप, RJD में हड़कंप

खास बात यह है कि 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे में तेजस्वी को बड़ा भाई और तेज प्रताप को छोटा भाई बताया गया था। इसे ठीक नहीं किया गया और 2020 में भी यही जारी रहा।

By: Ashish Rai | Published: August 10, 2025 11:01:13 PM IST



Bihar Chunav 2025: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव से पहले शुरू किया गया मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) सुर्खियों में है। इसे लेकर खूब राजनीति हो रही है। विपक्ष सरकार पर गरीब और पिछड़े वर्ग के वोट छीनने का आरोप लगा रहा है। वहीं, दूसरी ओर, दो-दो मतदाता पहचान पत्रों को लेकर राजद और भाजपा के बीच घमासान जारी है।

इस बीच, एक बार फिर राजद नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव द्वारा 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे पर विवाद हो रहा है। दरअसल, चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में तेजस्वी को बड़ा भाई और तेज प्रताप को छोटा भाई बताया गया था। यह मामला एक बार फिर गरमा गया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने इसे ‘उम्र शपथ पत्र घोटाला’ करार दिया है।

खास बात यह है कि 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे में तेजस्वी को बड़ा भाई और तेज प्रताप को छोटा भाई बताया गया था। इसे ठीक नहीं किया गया और 2020 में भी यही जारी रहा।

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विजय कुमार सिन्हा ने क्या कहा?

विजय कुमार सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बिहार में चारा घोटाला और नियुक्ति घोटाले के बाद अब उम्र हलफनामा घोटाला हो रहा है।

उन्होंने कहा कि जिनकी अपनी राजनीति ‘धोखाधड़ी’ पर टिकी है, वे दूसरों को ज्ञान दे रहे हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव के हलफनामे के अनुसार, बड़े भाई तेज प्रताप की उम्र 25 साल और छोटे भाई तेजस्वी की उम्र 26 साल थी, यानी एक और नया घोटाला – ‘उम्र घोटाला’, राजद का सबसे ताज़ा कारनामा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी अपने पिता द्वारा रचे गए घोटालों की राह पर चल रहे हैं।

तेजस्वी ने 2020 का चुनाव राघोपुर सीट से लड़ा और जीत हासिल की। वहीं, तेज प्रताप ने अपनी सीट बदल ली। 2015 में तेज प्रताप महुआ से विधायक बने। वहीं, 2020 में उन्होंने हसनपुर से चुनाव जीता। 2020 के हलफनामे के अनुसार, तेजस्वी के पास 5.88 करोड़ रुपये और तेज प्रताप के पास 2.83 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। हालांकि, इस चुनाव से पहले समीकरण बदल गए हैं। निजी कारणों से राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने अपने बड़े बेटे को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

बिहार की इस सीट से चुनाव लड़ने जा रहे तेजप्रताप 

तेज प्रताप ने अभी तक किसी नई पार्टी का ऐलान नहीं किया है। हालाँकि, उन्होंने ‘टीम तेज प्रताप यादव’ नाम से एक नया मंच बनाया है और लोगों से इससे जुड़ने का आग्रह किया है। इसे सामाजिक न्याय के उद्देश्य से बनाया गया बताया गया है। तेज प्रताप ने चुनाव से पहले पाँच छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किया है।

इसके साथ ही उन्होंने वैशाली ज़िले की महुआ सीट से चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है। वह इन दिनों लगातार जनसंवाद कर रहे हैं और सामाजिक न्याय के एजेंडे को लेकर सक्रिय हैं।

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