PM Modi-Putin Talks: अलास्का में ट्रंप के साथ हुई बैठक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से फोन बात की है। राष्ट्रपति पुतिन ने अलास्का में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी मुलाकात के बारे में अपना आकलन भी साझा किया। पीएम मोदी ने खुद इस बात की जानकारी एक्स पर पोस्ट करके दी है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के दृढ़ रुख को रेखांकित किया और इस संबंध में सभी प्रयासों के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर भी चर्चा की। दोनों नेता निकट संपर्क में रहने पर सहमत हुए।
Thank my friend, President Putin, for his phone call and for sharing insights on his recent meeting with President Trump in Alaska. India has consistently called for a peaceful resolution of the Ukraine conflict and supports all efforts in this regard. I look forward to our…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2025
टैरिफ बढ़ाने को लेकर अभी शांत हैं ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के बाद कहा है कि वह फिलहाल रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा, ‘मुझे दो या तीन हफ़्तों में इस (शुल्क) पर विचार करना पड़ सकता है, लेकिन हमें इसके बारे में तुरंत सोचने की ज़रूरत नहीं है।’
फॉक्स न्यूज़ को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा है कि 66 भारत के रूसी तेल व्यापार पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने से रूस ने एक बड़ा तेल ग्राहक खो दिया है। चीन पर इसी तरह का शुल्क लगाना रूस के लिए विनाशकारी होगा। अगर मुझे ऐसा करना पड़ा, तो मैं करूँगा, लेकिन शायद मुझे इसकी ज़रूरत ही न पड़े।
अलास्का में नहीं बनी बात
राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में तीन घंटे चली बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों नेताओं ने बातचीत के बाद सिर्फ 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिस दौरान उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
ट्रंप ने बस इतना कहा कि बैठक सकारात्मक रही। हालांकि, अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। इसके अलावा, रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि युद्ध को समाप्त करने के लिए असली वजह को खत्म करना ज्यादा जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब युद्ध शुरू हुआ था, अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो शायद यह युद्ध शुरू ही न होता।
युद्धविराम पर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। युद्धविराम को लेकर ट्रंप और पुतिन की अगली बैठक मॉस्को में होगी। हालांकि, अभी समय तय नहीं हुआ है।