Raju Pal Murder Story: उत्तर प्रदेश विधानसभा में कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक पूजा पाल ने 14 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि उनके पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिला दिया। मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करने के लिएए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। बता दें कि पूजा पाल के पति राजू पाल की 2005 में गैंगस्टर अतीक अहमद ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। आखिर क्या था ये पूरा मामला और अतीक अहमद ने राजू पाल की हत्या कैसे और क्यों की थी? चलिए यह जानने के लिए आपको अतीत में ले चलते हैं।
कहाँ से शुरू हुई कहानी?
वो साल 2002 था जब राजू पाल इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से पहली बार अतीक अहमद के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ ने उतरे, लेकिन उन्हें हार मिली। फिर साल 2004 में अतीक लोकसभा की फूलपुर सीट से सांसद बन गया और अपने भाई खालिद अज़ीम उर्फ़ अशरफ़ के लिए विधानसभा सीट छोड़ दी। इस उपचुनाव में इस बार मायावती ने अतीक के ख़िलाफ़ अतीक के कट्टर विरोधी राजू पाल को टिकट दे दिया। यहीं से बाजी पलट गई। राजू पाल ने खालिद अज़ीम को 4,818 वोटों के मामूली अंतर से पटखनी दे दी। यह हार अतीक परिवार के लिए इसलिए बड़ा बड़ा झटका थी, क्योंकि 1989 से ही अतीक का इस सीट पर दबदबा था।
राजू पाल पर दिनदहाड़े चलीं गोलियाँ
चुनाव जीतने के बाद राजू पाल पर दो बार हमला हुआ लेकिन बच गये । 25 जनवरी 2005 को वह स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल से लौट रहे थे। अस्पताल से बाहर आते ही दो कारों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। राजू पाल अपनी टोयोटा क्वालिस खुद चला रहे थे, उनके साथी स्कॉर्पियो में उनके पीछे चल रहे थे। रास्ते में उन्होंने अपने समर्थक सादिक की बहन रुखसाना को भी लिफ्ट दी। जैसे ही काफिला सुलम सराय (नेहरू पार्क) के पास पहुँचा, हमलावरों की मारुति वैन ने उनकी गाड़ी रोक ली। लगभग 25 शार्पशूटरों ने अत्याधुनिक हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में राजू पाल, उनके साथी संदीप यादव और देवीलाल मौके पर ही मारे गए।
एफआईआर में अतीक और अशरफ का नाम
हत्या के बाद, राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई मोहम्मद अशरफ और गिरोह के अन्य सदस्यों (फरहान, आबिद, रंजीत पाल, गुफरान समेत नौ लोगों) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। यह मामला प्रयागराज की राजनीति का सबसे चर्चित और हाई-प्रोफाइल मामला बन गया।
वर्ष 2023 में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की भी हत्या कर दी गई। आपको बता दें कि 15 अप्रैल, 2023 को प्रयागराज में न्यायिक हिरासत में अतीक अहमद और उसके भाई व पूर्व विधायक अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया जा रहा था।
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