Categories: देश

‘वोट चोरी’ के नाम पर ये क्या गंद मचा रहे Rahul Gandhi? अपने ही फैलाए रायते को नहीं समेट पाएंगे कांग्रेस के शहजादे

Rahul Gandhi Vote Chori: राहुल गांधी ने 'वोट चोरी' के रूप में एक नया राजनीतिक नारा ढूंढ लिया है, लेकिन भाजपा के लिए यह वही, बेहद अनुमानित राजनीतिक चाल है जो कर्नाटक या तेलंगाना में अपनी पार्टी की चुनावी जीत में कोई दोष नहीं ढूंढती, लेकिन महाराष्ट्र या हरियाणा में पार्टी के हारने पर 'धोखाधड़ी' को दोष देती है।

Published by Sohail Rahman

Rahul Gandhi Vote Chori: राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ के रूप में एक नया राजनीतिक नारा ढूंढ लिया है, लेकिन भाजपा के लिए यह वही, बेहद अनुमानित राजनीतिक चाल है जो कर्नाटक या तेलंगाना में अपनी पार्टी की चुनावी जीत में कोई दोष नहीं ढूंढती, लेकिन महाराष्ट्र या हरियाणा में पार्टी के हारने पर ‘धोखाधड़ी’ को दोष देती है। भाजपा के लिए, राहुल गांधी की बयानबाजी महज एक मीडिया अभियान है, जिसके लिए अदालतों का कोई सहारा नहीं है। पार्टी के एक शीर्ष सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी का असली मकसद न्यायिक जांच से अपने दावों को साबित करना नहीं, बल्कि संस्थाओं में जनता के विश्वास को कम करना है।

विपक्ष का विरोध मार्च

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, सोमवार को विपक्ष के करीब 300 सांसदों ने संसद से चुनाव आयोग के कार्यालय एक विरोध मार्च निकाला। जिसमें इंडिया ब्लॉक के सभी दलों ने एकजुटता दिखाई। लोकसभा चुनाव के बाद INDIA ब्लॉक पूरी तरह बिखर गया था, लेकिन वोट चोरी के नाम पर राहुल गांधी ने विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में सफलता हासिल की, लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार किसी मुद्दे पर INDIA ब्लॉक को एक साथ लाना। राहुल गांधी ने सपा के अखिलेश यादव, द्रमुक की कनिमोझी, टीएमसी सांसदों, राजद और वाम दलों के साथ मार्च का नेतृत्व किया।

Vice President Candidate: कौन होंगे अलगे उपराष्ट्रपति, NDA और INDIA ने अबतक नहीं खोले हैं पत्ते, यहां जानें किनका नाम चल रहा सबसे आगे?

भाजपा का क्या है कहना?

एक साल से भी ज्यादा समय के बाद, विपक्ष आखिरकार एक साझा मकसद के लिए एकजुट हो रहा है। लेकिन, इसके अलावा, भाजपा के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की रणनीति अपने भीतर झांकने में विफल रही है। जैसे पार्टी का असंगत संगठन या देश भर में घटता राजनीतिक कैडर, जिसके कारण चुनावी झटके लगे। या पार्टी का कमजोर नेतृत्व। इसके बजाय, चुनाव आयोग के प्रति यह रवैया पार्टी के भविष्य के नुकसानों के लिए एक नया बीमा देता है कि यह हमारी गलती नहीं है।

Related Post

राहुल गांधी की खुल गई पोल

भाजपा के एक अन्य शीर्ष सूत्र ने गांधी के दावों में अन्य घोर विसंगतियों की ओर इशारा किया। पहला, उनके द्वारा मामूली अंतर से मिली जीत को चुनावी धोखाधड़ी का उदाहरण बताया जाना। सूत्र के अनुसार, मामूली अंतर से मिली जीत भारत के चुनावी इतिहास का हिस्सा है और राजनेताओं द्वारा केवल एक वोट से जीतने के दो उदाहरण और 1,000 या उससे कम वोटों के अंतर के अनगिनत उदाहरण हैं।

ऊपर उल्लिखित दूसरे भाजपा सूत्र ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में चरणबद्ध मतदान भी भारतीय चुनावों के संदर्भ में कोई असामान्य बात नहीं है। कांग्रेस भी एग्जिट पोल का सहारा लेकर कहती है कि वास्तविक परिणाम बिल्कुल विपरीत हैं (जैसे हरियाणा में) और इसलिए, धोखाधड़ी का आरोप लगाती है। लेकिन भाजपा बताती है कि कैसे एग्जिट पोल लगातार गलत साबित हुए हैं।

अफरोज बना समीर आर्य! हिंदू बेटी का रेप कर लीं गंदी-गंदी तस्वीरें, निकाह कर कराना चाहता था धर्म परिवर्तन, UP का गला घोंट रहा लव…

Sohail Rahman
Published by Sohail Rahman

Recent Posts

Putin India Visit: आतंकवाद से लेकर न्यूक्लियर एनर्जी तक, संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में PM मोदी की 10 बड़ी बातें! देखती रह गई पूरी दुनिया

भारत-रूस शिखर सम्मेलन के बाद हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में PM मोदी ने दोस्ती को…

December 5, 2025

कौन थी रतन टाटा की सौतेली माँ सिमोन टाटा? 95 साल की उम्र में निधन, Lakmé को बनाया था भारत का नंबर-1 ब्रांड

लैक्मे (Lakmé) को भारत का नंबर 1 ब्रांड बनाने वाली सिमोन टाटा का 95 वर्ष…

December 5, 2025

Cloudflare फिर हुआ down..! एक साथ कई वेबसाइट हुई बंद, लोगों ने की शिकायत..

Cloudflare down: देश भर में एक बार फिर क्लाउडफ्लेयर डाउन हो गया है और लोगों…

December 5, 2025