संजय त्यागी की रिपोर्ट, Independence Day 2025: इस तिरंगा यात्रा अभियान के जरिए देश के हर नागरिक को अपने घर पर तिरंगा फहराने और उसकी फोटो शेयर करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है पिछले कई सालों से जारी इस पहल का मकसद हर दिल में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देना है आजादी के इस अमृत महोत्सव पहल के तहत साल 2022 में हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया गया था तिरंगा यात्रा को देखते हुए कल हापुड़ के डीएम अभिषेक पांडे एसपी कुंवर ज्ञानेंज सिंह व सीओ अनीता चौहान के नेतृत्व में एक तिरंगा यात्रा निकली गई जिसमें 300 से 400 पुलिस कर्मियों ने पैदल तिरंगा यात्रा में हिस्सा लिया जिसमें सभी पुलिसकर्मी हाथों में तिरंगा लेकर चल रहे थे यह तिरंगा यात्रा जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली मैं निकाली गई।
क्या बोले डीएम अभिषेक पांडे?
इस विषय में हापुड़ के डीएम अभिषेक पांडे जी का कहना है आजादी का उत्सव मनाने से पहले हम सब हर घर तिरंगा कार्यक्रम में जुड़े हुए हैं इस कार्यक्रम के अंतर्गत एक हमारी अपेक्षा यह भी थी की जो हमारी पुलिस फोर्स है वह एक तिरंगा यात्रा निकाले हैं।आज स्वतंत्रता दिवस का त्यौहार है उससे पहले से ज्यादा लोगों को तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए कोशिश कर रहे हैं और आज पिलखुवा में कप्तान साहब के नेतृत्व में एक तिरंगा यात्रा निकली जा रही है हापुड़ के एसपी कुंवर ज्ञानेजय सिंह तो कहना है की तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है और तिरंगे में जो तीन रंग है वह त्याग तपस्या और बलिदान का प्रतीक है इस तिरंगे झंडे के पीछे देश के सपूतों ने अपना बलिदान दिया है और तिरंगे का मान कभी झुकने नहीं दिया और लोगों से यह कहना चाहूंगा तिरंगे के मान के लिए अपने तन मन धन की बाजी लगाने से भी कभी ना चुके। अगर तिरंगा यात्रा में चार चांद लगाने की बात करें तो एक छोटे से मासूम बच्चे ने जो पुलिस की यूनिफॉर्म में वहां पर मौजूद था उसने अधिकारियों के बीच में तिरंगा पड़कर और भी तिरंगा यात्रा मैं चार चांद लगा दिए।
हर-घर तिरंगा यात्रा
Pilkhuwa:अगर तिरंगा यात्रा की बात करें तो पिलखुवा शहर मैं खाकी ही खाकी और खाकी के हाथ में तिरंगा ही तिरंगा दिखाई दे रहा था। जिधर भी नजर उठा कर देख रहे थे खाकी की लंबी-लंबी कतार में चल रहे पुलिस वाले और उनके साथ चल रहे आला अधिकारी उनके हाथ में तिरंगे झंडे ही दिखाई दे रहे थे। फिल्मफेयर की बात करें तो फलों बिल्कुल ही तिरंगा में हो गया था, और अगर पिलखुवा शहर के लोगों की बात करें तो वह जगह-जगह तिरंगा यात्रा पर फूलों की बरसा कर तिरंगा यात्रा का स्वागत कर रहे थे और इस समय नहीं तो कोई यह देख रहा था कि मैं हिंदू या मुस्लिम सभी लोग तिरंगा यात्रा में फूल बरसा रहे थे और सभी भारत माता कि जय जय कर भी कर रहे थे।

