ओड़िशा से अक्षय महाराणा की रिपोर्ट
Odisha flood: ओडिशा के कई दक्षिणी जिले इन दिनों भीषण बारिश की चपेट में हैं। मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा और गजपति जैसे इलाकों में लगातार हो रही वर्षा ने सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया है, पुलों के ऊपर से तेज़ बहाव जारी है और कई गांवों में घरों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सामान की कमी
लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सामान की कमी महसूस होने लगी है। कुछ जगहों पर लोग पानी से घिरे घरों में फंसे हुए हैं और बाहर निकलना संभव नहीं हो पा रहा है। खेती-बाड़ी पर भी इसका गहरा असर पड़ा है। खेतों में खड़ी धान और सब्ज़ियों की फसलें जलभराव से नुकसान की चपेट में आ रही हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
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बारिश का असर मुख्य रूप से दक्षिणी जिलों में ज्यादा
राज्य आपदा प्रबंधन और सिविल डिफेंस के डीजी सुधांशु सरंगी ने बताया कि बारिश का असर मुख्य रूप से दक्षिणी जिलों में ज्यादा है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। प्रशासन की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए जवान मोटरबोट और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरंगी ने कहा, “हर जिले के कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है और अतिरिक्त टीमें भेजी गई हैं। जहां कहीं भी पेड़ गिरे हैं उन्हें तुरंत हटाया जा रहा है। अस्पताल और अन्य सार्वजनिक जगहों से पानी निकालने के लिए डीवॉटरिंग पंप का प्रयोग किया जा रहा है।” उन्होंने आगे बताया कि 24 घंटे का कंट्रोल रूम लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन की अपील है कि लोग बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से गुजरने की कोशिश न करें। पहाड़ी इलाकों में पानी तेजी से भरता है लेकिन उतनी ही तेजी से उतर भी जाता है, ऐसे में थोड़ी सतर्कता बरतने से खतरे टाले जा सकते हैं। अब तक राहत सामग्री की कोई बड़ी मांग नहीं आई है, लेकिन सरकार ने इसे तैयार रखा है। पुलिस और SWAT की टीमें भी प्रभावित इलाकों में तैनात हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
एक ओर बारिश और बाढ़ लोगों की परेशानी बढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने राहत पहुंचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। लोग फिलहाल अपने घरों में सुरक्षित रहकर हालात सुधरने का इंतज़ार कर रहे हैं।