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Odisha: बाप पुलिस, बेटा ब्राउन शुगर तस्कर! 12 लाख के ब्राउन शुगर की खेप के साथ पुलिस अधिकारी का बेटा गिरफ्तार

Odisha: बाप पुलिस, बेटा ब्राउन शुगर तस्कर! 12 लाख के ब्राउन शुगर की खेप के साथ पुलिस अधिकारी का बेटा गिरफ्तार

By: Swarnim Suprakash | Published: August 20, 2025 7:40:49 PM IST



ओड़िशा से अक्षय महाराणा की रिपोर्ट 
Odisha: ओडिशा के कटक जिले से मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। यहां आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान एक पुलिस अधिकारी के बेटे को ब्राउन शुगर की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया। पकड़े गए युवक की पहचान चंदन बेहरा के रूप में हुई है, जिसके पिता राज्य पुलिस के वायरलेस विभाग में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं।

गुप्त सूचना थी कि देउली साहि चौक के पास मादक पदार्थ की अवैध बिक्री

सूत्रों के अनुसार, टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि देउली साहि चौक के पास मादक पदार्थ की अवैध बिक्री होने वाली है। इसके बाद मौके पर दबिश दी गई। तलाशी के दौरान चंदन के पास से करीब 112 ग्राम ब्राउन शुगर मिली, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 12 लाख रुपये आंकी गई है।

संगठित नेटवर्क की संभावना

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को अदालत में पेश किया गया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। प्राथमिक पूछताछ से यह साफ हुआ कि मामला केवल व्यक्तिगत स्तर का नहीं है, बल्कि इसके पीछे संगठित नेटवर्क की संभावना भी जताई जा रही है।

इस पूरी कार्रवाई के दौरान यह तथ्य सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रहा कि आरोपी का पिता खुद पुलिस विभाग में कार्यरत है। पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने पिता से भी सवाल किए, हालांकि उन्होंने दावा किया कि उन्हें बेटे की इस गतिविधि की जानकारी नहीं थी।

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अन्य युवक को भी पकड़ा

इसी प्रकरण से जुड़े एक अन्य युवक विश्वरंजन को भी जगतपुर-निमापुर रोड के पास से पकड़ा गया है। उसके पास से भी ब्राउन शुगर की खेप मिली है, जिसकी कीमत लगभग 13 लाख रुपये बताई जा रही है।

फिलहाल आबकारी विभाग ने इस पूरे नेटवर्क को खंगालना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि चंदन और विश्वरंजन अकेले इस कारोबार में शामिल थे या इनके पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है।

इस घटना ने न केवल पुलिस महकमे को, बल्कि आम जनता को भी हैरान कर दिया है। लोगों का सवाल है कि जब पुलिसकर्मियों के परिवार से ही ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, तो नशे के खिलाफ चल रही मुहिम कितनी सुरक्षित है।

जांच एजेंसियां अब पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए गहराई से पड़ताल कर रही हैं और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में इस सिंडिकेट के और नाम सामने आ सकते हैं।

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