Nursing Interns stipend increase: देर आयी लेकिन दुरुस्त आयी आखिरकार दिल्ली सरकार ने 27 वर्षों के बाद नर्सिंग इंटर्न के वजीफे में लगभग 27 गुना वृद्धि को मंजूरी दे दी है। दिल्ली सरकार का दावा है कि इस फैसले से स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत युवाओं और प्रशिक्षुओं में नया उत्साह और आत्मविश्वास पैदा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने हमेशा चिकित्सा और नर्सिंग क्षेत्र को प्राथमिकता दी है और यह फैसला इसी दिशा में एक ठोस कदम है। यह फैसला दिल्ली सरकार के तीनों नर्सिंग कॉलेजों पर लागू होगा।
आपको बता दें कि आज मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में मेडिकल छात्रों का मासिक स्टाइपेंड 500 रुपये से बढ़ाकर 13,150 रुपये कर दिया गया है।
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यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू होगी और सभी पात्र मेडिकल छात्रों पर उनकी इंटर्नशिप अवधि के दौरान लागू होगी। इस प्रकार, नर्सिंग पेशेवरों की कड़ी मेहनत और सेवा को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार मान्यता मिलेगी।
कैबिनेट ने 27 वर्षों के बाद मेडिकल छात्रों के वजीफे में वृद्धि को मंजूरी दी है। इस निर्णय से दिल्ली सरकार के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, लोक नायक अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से संबद्ध तीन नर्सिंग कॉलेजों के लगभग 180 नर्सिंग इंटर्न को लाभ मिलेगा।
दिल्ली सरकार द्वारा नर्सिंग इंटर्न्स के स्टाइपेंड में 27 वर्षों के बाद की गई ऐतिहासिक बढ़ोतरी न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत युवाओं के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, नर्सिंग इंटर्न्स के स्टाइपेंड ₹500 से बढ़ाकर ₹13,150 किया जाना, मेहनत और योगदान को सम्मान देने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इस निर्णय से जहां नर्सिंग इंटर्न्स को आर्थिक राहत मिलेगी, वहीं यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने और युवा प्रशिक्षुओं में आत्मविश्वास बढ़ाने में भी काफी लाभदायक साबित होगा।