Monsoon Session 2025 Uproar: आज संसद के मानसून सेशन की कार्रवाई शुरू चुकी है, जो 21 अगस्त तक चलेगी। सोमवार को 11 बजे राष्ट्रगान के बाद सदन में वही हुआ जिसका डर था। सत्र की शुरुआत होते ही लोकसभा में विपक्षी नेता चीखने-चिल्लाने लगे। मुद्दे की बात करने के बजाए नेताओं का शोर-शराबा इस कदर बढ़ गया कि स्पीकर ओम बिरला बुरी तरह नाराज हो गए। उन्होंने सभी से बार-बार शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन कोई असर नहीं हुआ। विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष को सबसे ज्यादा गुस्सा सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर आ गया और बिरला ने समाजवादी नेता को जमकर लताड़ लगा डाली।
Parliament Monsoon Session में बार-बार क्या बोलते रहे Om Birla?
मानसून सत्र में आज इस मानसून सत्र में विपक्ष, ‘बिहार में मतदाता सत्यापन, पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत को लेकर तमाम दावों’ पर चर्चा करने वाला था। मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में सभी विपक्षी नेता चिल्लाने लगे और सदन की कार्रवाई आगे बढ़ ही नहीं पाई। ओम बिरला ने कहा कि प्रश्नकाल में जो भी विषय होता है उसके लिए आप नोटिस दीजिए। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव इस बात का विरोध करते हुए कुछ ज्यादा की आक्रोश में आ गए और इसी वजह से उन्हें स्पीकर की डांट भी पड़ गई।
Akhilesh Yadav को क्यों पड़ी डांट?
ओम बिरला ने सपा प्रमुख और उनके नेताओं के बिगड़ैल तेवर देखते हुए चिल्लाते हुए कह दिया ‘अखिलेश यादव जी आप सभी सदस्यों से कहिए तख्तियां लेकर ना आएं। मैं आपको प्रश्नकाल के बाद सभी विषयों पर चर्चा करने की अनुमति दूंगा’। स्पीकर की ये बात सुनकर भी अखिलेश शांत नहीं हुए और ना ही उन्होंने माहौल कंट्रोल करने की कोई कोशिश की, ये देखकर ओम बिरला ने कहा कि ये तरीका उचित नहीं है, सदन के पहले दिन चले अच्छी चर्चा हो, इसकी जिम्मेदार सभी की है।
बता दें कि हंगामे की वजह से शुरू होते ही सदन दो बार स्थगित हुआ। पहले 11 बजे शुरू होकर 12 बजे तक के लिए फिर 2 बजे तक के लिए कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी। इसके अलावा 2 बजे शुरू होते ही फिर से सदन की कार्रवाई 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।