अनिल चौधरी की रिपोर्ट, Ghaziabad News: कविनगर क्षेत्र के अवंतिका में रविवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुकी महिला पहलवान राखी अपनी ही ससुराल के बाहर धरने पर बैठ गईं। उनका आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुरालवालों ने उन्हें घर में प्रवेश नहीं करने दिया और अब तलाक का दबाव बना रहे हैं। राखी का कहना है कि वह तलाक नहीं चाहतीं बल्कि अपने पति और परिवार के साथ सामान्य जीवन बिताना चाहती हैं। जानकारी के अनुसार, मूल रूप से खेकड़ा की रहने वाली राखी की शादी 9 जुलाई, 2024 को अवंतिका निवासी भुवनेश कुमार से हुई थी। भुवनेश मुंबई की एक कंपनी में नौकरी करते हैं, जबकि उनके पिता यूपी पुलिस में दारोगा हैं और फिलहाल मिर्जापुर में तैनात हैं। शादी के शुरुआती दिनों में सबकुछ ठीक रहा, लेकिन कुछ महीनों बाद हालात बिगड़ गए।
पति ने धोखा देकर छोड़ा
राखी का आरोप है कि पति उन्हें धोखे से नोएडा ले गया, जहां कई महीनों तक रखा। इसके बाद अचानक विदेश चला गया और उन्हें अकेला छोड़ दिया। राखी का कहना है कि तब से लेकर अब तक उनके पति और अन्य ससुराल वालों ने उनसे बातचीत बंद कर दी और फोन नंबर तक ब्लॉक कर दिए। रविवार को जब वह अपने ससुराल पहुंचीं तो परिवार वालों ने दरवाजा तक नहीं खोला। इस स्थिति से परेशान होकर राखी घर के बाहर ही धरने पर बैठ गईं। उनका कहना है कि उनके पति और ससुरालवाले उन्हें अपनाएं, क्योंकि वह तलाक नहीं चाहतीं। राखी ने अपने ससुर पर भी गंभीर आरोप लगाए कि उन्होंने स्थानीय पुलिस को भेजकर धरने से हटाने की कोशिश की।
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पुलिस की भूमिका
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। राखी का कहना है कि वह अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रखेंगी। एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी का अपनी ही ससुराल के बाहर बैठकर न्याय की गुहार लगाना न केवल दुखद है, बल्कि यह समाज और सिस्टम दोनों के लिए सवाल खड़े करता है। राखी ने देश के लिए पदक जीते, लेकिन आज उन्हें अपने वैवाहिक जीवन को बचाने के लिए धरना देने पर मजबूर होना पड़ा है।