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Cloudburst in Doda: जम्मू-कश्मीर में फिर फटा बादल, डोडा में बाढ़ से कई घर हुए क्षतिग्रस्त…मौसम विभाग ने जारी की डरा देने वाली चेतावनी

Cloudburst in Doda:मंगलवार को अचानक बादल फटने से जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बाढ़ आ गई जिससे दस से ज़्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए। इलाके में बचाव अभियान चलाया जा रहा है। खराब मौसम के चलते सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद।

By: Shubahm Srivastava | Published: August 26, 2025 2:37:10 PM IST



Cloudburst in Doda: जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में मंगलवार को अचानक बादल फटने से  बाढ़ आ गई जिससे दस से ज़्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए। इलाके में बचाव अभियान चलाया जा रहा है। यह आपदा कठुआ और किश्तवाड़ में हुई ऐसी ही घटनाओं के कुछ ही दिन बाद आई है, जिससे पहले से ही लगातार बारिश से जूझ रहे पूरे क्षेत्र में भय और गहरा गया है।

भारतीय मौसम विभाग ने कठुआ, सांबा, डोडा, जम्मू, रामबन और किश्तवाड़ सहित जम्मू के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी थी। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन खतरा गंभीर बना हुआ है। बिगड़ते मौसम के कारण जम्मू संभाग में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहे।

तवी नदी उफान पर

इस बीच, तवी नदी ख़तरनाक रूप से उफान पर है और खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ने के साथ, अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि रात भर में और भी ज़्यादा पानी बढ़ने की संभावना है। जिला अधिकारियों ने लोगों को जल निकायों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है।

झेलम नदी में भी बाढ़ आने की आशंका!

कश्मीर में, दक्षिणी जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई, जबकि ऊँचाई वाले इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई। हालाँकि झेलम नदी के लिए बाढ़ की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन इसके जलस्तर में वृद्धि की आशंका है। मध्य कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, और उत्तरी कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा या शुष्क मौसम रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, कठुआ ज़िले में सोमवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों में 155.6 मिमी बारिश के साथ मूसलाधार बारिश का सबसे ज़्यादा असर रहा। इसके बाद डोडा के भद्रवाह में 99.8 मिमी, जम्मू में 81.5 मिमी और कटरा में 68.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ऊँचाई वाले इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन का खतरा कम से कम 27 अगस्त तक बना रहेगा। बचाव और राहत दल संवेदनशील क्षेत्रों में तैयार हैं।

सीएम ने की बैठक  

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने स्थिति को “गंभीर” बताया और पुष्टि की कि वह व्यक्तिगत रूप से घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं। डोडा के आयुक्त ने X पर पोस्ट किया कि लगातार बारिश, भूस्खलन और गिरती चट्टानों के कारण जंगलवार नाले के पास सड़क का एक हिस्सा बह जाने के बाद NH-244 (डोडा-किश्तवाड़) पर यातायात बाधित हो गया है। अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि जब तक मरम्मत कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक इस मार्ग पर यात्रा न करें।

जम्मू जाएंगे सीएम उमर अब्दुल्ला 

मुख्यमंत्री ने कहा, “जम्मू के कई हिस्सों में स्थिति बेहद गंभीर है। मैं जमीनी हालात का व्यक्तिगत रूप से जायजा लेने के लिए श्रीनगर से अगली उड़ान से जम्मू जाऊँगा।” उन्होंने उपायुक्तों को आपातकालीन मरम्मत और आवश्यक आपूर्ति के लिए अतिरिक्त धनराशि जारी करने का भी निर्देश दिया।

केंद्रीय मंत्री और उधमपुर के सांसद जितेंद्र सिंह ने भी डोडा के उपायुक्त हरविंदर सिंह से बात की। उन्होंने पुष्टि की कि भलेसा के चरवा इलाके में अचानक बाढ़ आने की खबर है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सिंह ने कहा कि प्रशासन स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है और उनके कार्यालय को नियमित अपडेट दे रहा है।

हेल्पलाइन नंबर जारी 

भारी बारिश को देखते हुए, जम्मू क्षेत्र के अधिकारियों ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अधिकारियों ने सुबह 10:30 बजे बताया कि अगले 40 घंटों में जम्मू संभाग में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। बसंतर, तवी और चिनाब नदियों का जलस्तर पहले ही चेतावनी के निशान पर पहुँच चुका है। निवासियों और पर्यटकों को नदी के किनारों और बाढ़ संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है।

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