Home > देश > Andaman Nicobar Earthquake: भूकंप से दहला अंडमान निकोबार, 6.2 की तीव्रता, द्वीप पर मचा हंगामा

Andaman Nicobar Earthquake: भूकंप से दहला अंडमान निकोबार, 6.2 की तीव्रता, द्वीप पर मचा हंगामा

Andaman Nicobar Islands earthquake: अंडमान सागर और उसके आसपास के द्वीपीय इलाकों को भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहाँ अक्सर लोग भूकंप के झटके महसूस करते हैं। जुलाई महीने में देश भर में कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

By: Divyanshi Singh | Published: July 29, 2025 7:50:32 AM IST



Andaman Nicobar Islands earthquake: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मंगलवार सुबह 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के अनुसार, भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। फिलहाल, किसी तरह के नुकसान या हताहत की कोई खबर नहीं है। अंडमान सागर भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है, इसलिए भूकंप आना आम बात है। यह दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में आए भूकंप के लगभग दो हफ्ते बाद आया है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सुबह-सुबह भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6 से ज़्यादा थी। हालाँकि, तेज़ झटकों के बाद भी किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। हालाँकि, इन झटकों ने लोगों को डरा दिया है।

भूकंप से दहले लोग

अंडमान सागर और उसके आसपास के द्वीपीय इलाकों को भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहाँ अक्सर लोग भूकंप के झटके महसूस करते हैं। जुलाई महीने में देश भर में कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। अकेले देश की राजधानी दिल्ली में जुलाई महीने में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। लगातार आ रहे भूकंपों ने लोगों, विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।

22 जुलाई को गुजरात के कच्छ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता पृथ्वी पैमाने पर 3.6 मापी गई। भूकंपीय गतिविधियों में वृद्धि को देखते हुए, आपदा प्रबंधन विभाग लगातार स्थिति पर नज़र रख रहा है।

‘ये आसान काम…’, पहलगाम हमले में मारे गये विनय नरवाल के पिता ने Operation Mahadev पर कह दी बड़ी बात, सुनकर

भूकंप क्यों आते हैं?

पृथ्वी की बाहरी सतह सभी को शांत और स्थिर लगती है। हालाँकि, इसके अंदर हमेशा उथल-पुथल मची रहती है। भूगर्भीय प्लेटों के टकराने से हर साल सैकड़ों भूकंप आते हैं। इन झटकों के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि पृथ्वी 12 टेक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो जो ऊर्जा निकलती है, वह भूकंप का कारण बनती है।

बच गई भारत की बेटी! निमिषा प्रिया को मिली नई जिंदगी, केरल की नर्स को अब नहीं मिलेगी यमन में फांसी

Advertisement