बिहार के औरंगाबाद जिले में स्थित देव सूर्य मंदिर अपनी खास पहचान के लिए पूरे देश में मशहूर है। यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि अपनी अनोखी दिशा और ऐतिहासिक महत्व के कारण भी लोगों को आकर्षित करता है। आमतौर पर सूर्य मंदिर पूर्व दिशा की ओर बने होते हैं, लेकिन देव का सूर्य मंदिर पश्चिम की ओर मुख किए हुए है। यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता मानी जाती है। मान्यता है कि यहां की पूजा करने से सूर्य देव तुरंत प्रसन्न होते हैं और जीवन की कठिनाइयां दूर हो जाती हैं।
यह मंदिर छठ पूजा के समय सबसे ज्यादा भीड़ खींचता है। लाखों श्रद्धालु यहां आकर डूबते सूरज और उगते सूरज को अर्घ्य देते हैं। मंदिर परिसर में तीन प्रमुख मंदिर हैं- सूर्य मंदिर, शिव मंदिर और विष्णु मंदिर, जिन्हें देखकर लगता है मानो आस्था और इतिहास एक साथ जुड़े हुए हों।
हजार साल पुराना है मंदिर
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मंदिर करीब हजार साल पुराना है। कहा जाता है कि इस मंदिर की नींव देव के राजा द्वारा रखी गई थी। इसके शिलालेख और नक्काशी आज भी उस समय की शानदार कला को दर्शाते हैं।
राहुल गांधी ने लिया आशीर्वाद
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मंदिर में पूजा-अर्चना की और सूर्य देव से आशीर्वाद लिया। उनके साथ कई बड़े नेता भी मौजूद थे। इससे एक बार फिर यह मंदिर सुर्खियों में आ गया है। देव सूर्य मंदिर केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति और आध्यात्मिक धरोहर का एक अहम हिस्सा है, जहां आस्था और परंपरा का संगम देखने को मिलता है।
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