कांग्रेस के कार्यकर्ता ही कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
गुना, रीवा,सतना, इंदौर, उज्जैन, भिंड,अशोक नगर दतिया, मंदसौर, अनूपपुर, मुरैना, बुरहानपुर, डिंडोरी, देवास और भोपाल हम आपको मध्य प्रदेश के जिलों के नाम नहीं बता रहे हैं दरअसल यह उन जिलों के नाम है जहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ता ही कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कारण है दो दिन पहले जारी हुई जिला अध्यक्षों की सूची सूची जैसे ही वायरल होती है कार्यकर्ताओं तक पहुंचती है उसके बाद कांग्रेस को मजबूत करने की डैम बनने वाले कार्यकर्ता अपनी पार्टी के उन नेताओं पर आरोप लगाते हैं जिन्होंने इस सूची में जिला अध्यक्षों के नाम तय किए हैं आरोप लगाते हैं की महंगी गाड़ियां लेकर जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं ऐसा हम नहीं कह रहे ऐसा कांग्रेस के भोपाल शहर के पूर्व जिला अध्यक्ष पूर्व पार्षद दिग्विजय सिंह के करीबी प्रदीप मोनू सक्सेना कह रहे हैं राजनीति में आरोप प्रत्यारोप आम बात होते हैं|
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की बढ़ी मुसीबतें
लेकिन कांग्रेस की इस जिला अध्यक्ष वाली सूची ने कांग्रेस की मुसीबत ही अब और बढ़ा दी है| हालांकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कह चुके हैं कि आगे भी नियुक्तियां दी जाएगी इसलिए कार्यकर्ता नाराज ना हो वहीं भाजपा भी मजे ले रही है कह रही है कि कौन सा पहली बार कांग्रेस में ऐसा हुआ है कांग्रेस में हर बार ही ऐसा होता है अब कांग्रेस के द्वारा जिला अध्यक्षों की नियुक्ति तो कर दी गई है… ऐसे में बवाल टू मच ही रहा है.. लेकिन उस बवाल को किस तरीके से जीतू पटवारी शांत करते हैं यह महत्वपूर्ण होगा क्योंकि मध्य प्रदेश से दिल्ली बहुत ज्यादा दूर नहीं है और मध्य प्रदेश में भी जीतू पटवारी की टांग खींचने वाले नेताओं की कमी नहीं है ऐसे में शिकायतों का पुलंदा भी अगर दिल्ली पहुंच गया तो फिर पटवारी को दिक्कतों का सामना करना पड़ जाएगा और फिर पटवारी सफाई भी किस-किस को देंगे|