केला एक ऐसा फल होता है जो न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है. केले ऊर्जा का बहुत अच्छा स्रोत है. केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है और यह पाचन को भी सुधारता है.केला हृदय स्वास्थ्य (हार्ट हेल्थ) को बढ़ावा देने के साथ-साथ वजन घटाने में सहायक हो सकता है. केला एक ऐसा फल है जिसमें पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन B6 और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ज़रूरी ऊर्जा देते हैं और शरीर के रोग-प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को भी मजबूत करते हैं.
केला के सेवन से होने वाले स्वस्थ्य लाभ
केला एक ऐसा ऊर्जा का स्रोत है जिसमें सुक्रोज, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज जैसे नेचुरल शुगर्स होते हैं, जो फैट और कोलेस्ट्रॉल के बिना अधिक जल्द स्थिर ऊर्जा प्रदान करते हैं. इसमें मौजूद फाइबर और पेक्टिन पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव सिस्टम) को स्वस्थ रखते हुए कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं जो पाचन तंत्र के लिए बहुत ही लाभदायक है.
ब्लड प्रेशर, इम्युनिटी और दिल के लिए भी रामबाण है केला
केला पोटैशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है. इसी कारण केला ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और हृदय रोगों के खतरे को कम करने में सहयोग करता है. इसमें विटामिन C होता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है जिससे से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. साथ ही साथ यह शरीर को संक्रमण से बचाए रखने में भी सहयोगी होता है.
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दिमाग और हड्डियों के लिए भी लाभदाय है केला
केला में विटामिन B6 होता है जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को अच्छा बनाता है और सेरोटोनिन व डोपामाइन के उत्पादन में सहायक होता है, जो मूड को बेहतर बनाए रखते हैं. इस अद्भुत फल में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स होते हैं, जो हड्डियों को भी मजबूत बनाने में सहायक होते हैं.
कौन खाएं और कौन न खाएं केला
एथलीट और शारीरिक वर्जिस करने वालों के साथ-साथ जो वजन घटने में लगे हुए हैं. वे लोग केले को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं. जबकि माइग्रेन से पीड़ित लोगो को इसका का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें पाया जाने वाला टायरामाइन नामक पदार्थ माइग्रेन के दर्द को और बढ़ा सकता है.