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भारत एक बार फिर बनेगा ‘सोने की चिड़िया’! World Bank की रिपोर्ट में सामने आई गुड न्यूज

Decline In Poverty: भारत में गरीबी में तेज़ी से आई कमी सरकारी योजनाओं, आर्थिक सुधारों और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के कारण है.

By: Shubahm Srivastava | Published: September 28, 2025 2:56:54 PM IST



Decline In Poverty: हाल के वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ी है. हर क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. दुनिया भर की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं. इसी कड़ी में, अप्रैल 2025 में जारी होने वाली विश्व बैंक की एक रिपोर्ट भारत के लिए अच्छी खबर लेकर आई है. दरअसल, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने सितंबर 2025 के बुलेटिन में पुष्टि की है कि 2011-12 और 2022-23 के बीच भारत में गरीबी में उल्लेखनीय कमी आई है. आइए जानें कि कौन से राज्य तेज़ी से गरीबी उन्मूलन कर रहे हैं और कौन से राज्य अभी भी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.

इन राज्यों में तेजी से खत्म हो रही गरीबी

आंध्र प्रदेश तेज़ी से गरीबी कम करने वाले राज्यों की सूची में सबसे आगे है. ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी में 90.6 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 85.9 प्रतिशत की कमी आई है, जो देश में सबसे ज़्यादा है. इसके बाद बिहार का स्थान है, जहाँ 2011-12 में गरीबी का स्तर (40.1 प्रतिशत) अब 2022-23 में घटकर सिर्फ़ 5.9 प्रतिशत रह गया है.

यह 85.3 प्रतिशत की कमी दर्शाता है. इस बीच, शहरी बिहार में गरीबी 50.8 प्रतिशत से घटकर 9.1 प्रतिशत हो गई है. यह न केवल उत्तर भारत, बल्कि महाराष्ट्र और गुजरात जैसे विकसित राज्यों से भी बेहतर प्रदर्शन है.

अन्य राज्यों पर एक नजर

उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां भी गरीबों की संख्या में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है. ग्रामीण उत्तर प्रदेश में गरीबी 38.1 प्रतिशत से घटकर 5.7 प्रतिशत हो गई है, जो 85 प्रतिशत की गिरावट है, जबकि शहरी उत्तर प्रदेश में गरीबी 45.7 प्रतिशत से घटकर 9.9 प्रतिशत हो गई है, जो 78.3 प्रतिशत की गिरावट है.

इसके अलावा, मध्य प्रदेश और ओडिशा में भी लगातार सुधार हो रहा है. ग्रामीण मध्य प्रदेश में गरीबी 45.2 प्रतिशत से घटकर 9.6 प्रतिशत हो गई है, जबकि ग्रामीण ओडिशा में यह 45.9 प्रतिशत से घटकर 8.6 प्रतिशत हो गई है.

गरीबी घटने के पीछे की वजह

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में गरीबी में तेज़ी से आई कमी सरकारी योजनाओं, आर्थिक सुधारों और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के कारण है. परिणामस्वरूप, कम विकसित राज्य अब गरीबी कम करने में विकसित राज्यों से आगे निकल गए हैं. महाराष्ट्र और गुजरात जैसे विकसित राज्यों में गरीबी कम होने की दर थोड़ी धीमी रही है. हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि यहां गरीबी का स्तर पहले से ही कम था, इसलिए प्रतिशत परिवर्तन कम स्पष्ट था.

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