Customs Duty on gold: भारत में सोने को सिर्फ़ एक धातु ही नहीं, बल्कि भावनाओं और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक माना जाता है. शादियों से लेकर त्योहारों तक, सोना भारतीय समाज का एक अहम हिस्सा रहा है. इसके अलावा, लोग इसे एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं, क्योंकि समय के साथ इसकी कीमत बढ़ी है. यही वजह है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना आयातक है.
सोने की कीमतें इस समय रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच रही हैं. इसलिए, कुछ लोग उन देशों की यात्रा करते समय सोना खरीदना पसंद कर रहे हैं जहाँ इसकी कीमत भारत से कम है. लोग अक्सर विदेश से सोना वापस लाते हैं, लेकिन अगर उन्हें सीमा शुल्क नियमों की जानकारी नहीं है, तो यह महंगा साबित हो सकता है। इसलिए, विदेश से सोना लाने के नियमों को अच्छी तरह समझना ज़रूरी है.आइए जानें कि विदेश से भारत में कितना सोना लाया जा सकता है और इसके नियम क्या हैं.
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विदेश से भारत में कितना सोना लाया जा सकता है?
सरकार ने विदेश से भारत में सोना लाने के लिए कुछ नियम बनाए हैं. अगर कोई भारतीय एक साल से ज़्यादा समय से विदेश में है, तो वह बिना किसी टैक्स के ₹50,000 तक की कीमत का 20 ग्राम सोना भारत ला सकता है. इस पर कोई सीमा शुल्क नहीं लगता. महिलाओं को ज़्यादा छूट है; वे ₹1 लाख मूल्य का 40 ग्राम तक सोना ला सकती हैं. यह भी कर-मुक्त है.
क्या कोई तय सीमा से 10 किलो तक सोना ला सकता है?
कुछ परिस्थितियों में, भारतीय मूल के लोग 10 किलो तक सोना भारत ला सकते हैं, लेकिन नियम ज़्यादा सख्त हैं. छह महीने से ज़्यादा समय तक लगातार विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक 10 किलो तक सोना भारत ला सकते हैं. 10 किलो सोना लाने की अनुमति है, लेकिन सीमा शुल्क देना होगा. इस सोने पर कर विदेशी मुद्रा में चुकाया जाना चाहिए, यानी भारत से बाहर अर्जित या भेजा गया धन.
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