We Women Want Conclave 2025 : उर्फी जावेद ने न्यूजएक्स के वरिष्ठ संपादक उदय प्रताप सिंह के साथ बातचीत में बॉडी पॉजिटिविटी आंदोलन, सोशल ब्यूटी सटैंडर्ड को लेकर बात की। उन्होंने अपने जीवन के सफर के बारे में भी लोगों को बताया। उर्फी ने ट्रोलिंग से लेकर अपनी तारीफों तक का सफरे सबके साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि ‘जब मैंने शुरुआत की थी, तो लोग कहते थे, ‘यह लड़की क्या कर रही है?’ अब, मैं इसके लिए पुरस्कार जीत रही हूं। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।’
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि- ‘सच कहूं तो, मुझे लगता है कि मैंने अपनी यात्रा बचपन से ही शुरू की थी। मैंने इतनी सारी चीजें झेल रही हूं कि मैं कहीं ना कहीं वेलीडिशन का लालच रखती है। इसलिए वेलीडेशन मिलने पर मुझे काफी खुशी हो रही है। मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है।’
फिलर्स हटाने पर बोली उर्फी जावेद
फिलर्स हटाने की वीडियो पोस्ट करने को लेकर उर्फी ने कहा कि- ‘सच कहूं तो, ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं होता। मुझे भी नहीं पता था। मेरे चेहरे पर बहुत सारे फिलर्स थे। तो, मुझे लगता है कि कई सालों से मैं इस बॉडी डिस्मॉर्फिया से जूझ रही थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। ये यहां करवाऊँ या वहां? मुझे अपना चेहरा आईने में देखना कभी अच्छा नहीं लगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं रोज़ अपने शरीर में ही जागती थी। मैं कहती थी कि मैं यहां से मोटी हो गई हूं। यहां से मेरा चेहरा अच्छा नहीं लगता। लेकिन अचानक, इतने सालों बाद, मैं खुद को बिना किसी चीज़ के देखना चाहती थी। और जब मैंने वो फिलर्स निकाले, तो मेरा चेहरा सूज गया। और मैं बस हंस रही थी। सच कहूं तो, मैं बस खूब हंस रही थी। कि ऐसा किसी के भी चेहरे के साथ हो सकता है। इसलिए, मैंने यूं ही सोशल मीडिया पर अपनी बात रखने का फैसला कर लिया।’
उर्फी जावेद ने आगे कहा कि- ‘यह बात फैल गई। फिलर लगवाने पर यही होता है। कुछ लोगों ने कहा कि भगवान ने उसे सज़ा दी है। या उसने अपना चेहरा ऐसा बना लिया है। लेकिन यह सिर्फ़ जानकारी के लिए था। क्योंकि सच में, बहुत सी महिलाओं को पता ही नहीं होता। अगर आप इसे घोलते हैं, तो ऐसा होता है। या अगर आप ऐसा करते हैं, तो वैसा होता है। इसलिए, मैं बस कुछ जानकारी देना चाहती थी।’