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95 साल की कातिल दादी? व्हीलचेयर से महिला की हत्या, कोर्ट में बोली– मुझे कुछ याद नहीं

America: क्या 95 साल की एक महिला कातिल हो सकती है? अमेरिका में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां एक बुज़ुर्ग महिला पर अस्पताल में भर्ती अपने साथी की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगाया गया है.

By: Mohammad Nematullah | Published: September 21, 2025 3:19:27 PM IST



Brooklyn: अमेरिका के ब्रुकलिन की अदालत में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक 95 साल की दादी ने अस्पताल में भर्ती दुसरी बुज़ुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या कर दी. 95 साल की उम्र तो एक बड़ी दिक्कत है ही, लेकिन एक और भी समस्या है. जिस महिला पर हत्या के आरोप हैं, उसे डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी है. उसे अदालत में पेश किया गया, लेकिन उसे कुछ भी याद नहीं है. पिछले हफ़्ते पुलिस को ब्रुकलिन के एक नर्सिंग होम में एक हादसा की सूचना मिली. पुलिस पहुंची तो उन्होंने एक 89 वर्षीय महिला को खून से लथपथ ज़मीन पर पड़ा पाया. पास में ही व्हीलचेयर का पैडल भी पड़ा था. जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि नर्सिंग होम में महिला के 95 वर्षीय साथी ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है.

पैडल से ले ली जान (took life with the paddle)

पुलिस के अनुसार 95 साल गैलिना स्मिरनोवा ने 89 साल नीना क्रावत्सोवा की व्हीलचेयर के पैडल से बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी. अस्पताल के कर्मचारियों ने महिला को खून से लथपथ अपने बिस्तर पर पड़ा पाया. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उसके कमरे के बाथरूम से आवाज़ आई. पहुंचने पर गैलिना बाथरूम में मौजूद थी. गैलिना के कपड़ों और पैरों पर भी खून लगा हुआ था.

गैलिना को भूलने की बीमारी (Galina’s amnesia)

95 साल की गैलिना कई बीमारियों से जूझ रही हैं. उनमें से एक है डिमेंशिया, यानी उन्हें भूलने की बीमारी है. उन्हें कुछ भी याद नहीं कि कमरे में क्या हुआ था, कैसे नीना की जान गई, वो उस समय वहां क्या कर रही थी, उसे कुछ भी याद नहीं है. जब उन्हें व्हीलचेयर पर अदालत में पेश किया गया, तो उनके पास बोलने के लिए शब्द नहीं थे.

वकीलों की अपनी-अपनी दलील (Lawyers’ arguments)

सरकारी वकील और नीना के परिवार की ओर से केस लड़ रहे वकील चाहते हैं कि बुजुर्ग गैलिना को जमानत नहीं मिलनी चाहिए और उसे सलाखों के पीछे ही रखना चाहिए. उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य मूल्यांकन की भी मांग की है. जिसे जज ने खारिज कर दिया है. बचाव पक्ष गैलिना को बेगुनाह साबित करने की पूरी कोशिश कर रहा है. उनका तर्क है कि वे और मृतक महिला एक ही कमरे में रहती थीं और उनका हत्या से कोई लेना-देना नहीं है.

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