Seat Samikaran: मोकामा विधानसभा बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है. मोकामा पटना जिला के अंतर्गत आता है. ये मुंगेर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली कॉनस्टुएंसी है. 1951 में हुए पहले बिहार विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के जगदीश नारयण सिन्हा विधायक बने थे.
मोकामा का इतिहास
मोकामा विधानसभा क्षेत्र से दिलीप कुमार सिंह , जो एक राजनेता और अनंत सिंह के बड़े भाई भी थे उन्होंने 1990 और 1995 में जनता दल के सदस्य के रूप में मोकामा से विधायक और मंत्री बने. बाद में, वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट पर एक अन्य बाहुबली राजनेता सूरजभान सिंह से हार गए जिसके बाद वह 2003 में पटना जा कर MLC बनें.
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निर्दलीय भी जीत गए अनंत सिंह
अनंत सिंह ने अपने बड़े भाई की राजनितिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए 2005 में मोकामा विधानसभा सीट से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2010 में अनंत सिंह ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की सोनम देवी को बड़े अंतर से हराकर मोकामा क्षेत्र से अपनी विधायकी बरकरार रखी. सितंबर 2015 में, उन्होंने आरजेडी के साथ जेडीयू के नए गठबंधन को लेकर नेता नीतीश कुमार के साथ मतभेद के बाद जेडीयू छोड़ दी और एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी विधायक की कुर्सी बरकरार रखने में सक्षम रहे.
अयोग्य होने के बाद पत्नी को जीताया चुनाव
2020 में, अनंत सिंह को बिहार विधान सभा चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से टिकट दिया गया जिसमें उन्होंने मोकामा निर्वाचन क्षेत्र से 35,291 वोटों के साथ जीत हासिल की और लगातार चौथी बार विधायक बनें. हालाँकि, 2022 में अवैध हथियार रखने के एक मामले में उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिए जाने के बाद अपनी पत्नी नीलम देवी को राजद के टिकट पर मोकामा से उपचुनाव लड़ाया और नीलम देवी ने मोकामा से जीत दर्ज़ की.
अब 2025 के बिहार चुनाव में अनंत सिंह फिर नितीश की पार्टी जदयू के साथ
अनंत सिंह ने जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के साथ मतभेदों को दूर कर सुलह कर लिया है. अब देखना यह यह की इस दल बदल की राजनीति और इतने लम्बे समय से क्षेत्र में राजनितिक आधिपत्य के बाद क्या इस बार भी अनत सिंह मोकामा विधानसभा क्षेत्र से चुनें जाएंगे?