अनिल चौधरी की रिपोर्ट, Rahul Gandhi Bihar Yatra: बिहार से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा को लेकर कांग्रेस का दावा है कि यह लोकतंत्र को बचाने और आम लोगों को उनके मताधिकार के महत्व से जोड़ने का अभियान है। लेकिन इस यात्रा पर अब विपक्ष और कई नेता सवाल खड़े कर रहे हैं।
वरिष्ठ नेता और आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा
वरिष्ठ नेता और आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए इस यात्रा को पूरी तरह से “ड्रामा” करार दिया है। उनका कहना है कि राहुल गांधी जो भी बात करते हैं, उसमें से 90 प्रतिशत झूठ होता है। उन्हें जो रिपोर्ट दी जाती है, वह भी पूरी तरह से फर्जी होती है। प्रमोद कृष्णम ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी देश के पहले ऐसे नेता हैं जो किसी भी पर्ची को सच मान लेते हैं। इतना ही नहीं, प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी की सोच और समझ पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हिंदू और हिंदुत्व का फर्क नहीं समझते। भारत और भारतीयों में अंतर नहीं कर पाते। यही नहीं, वह कभी सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाते हैं और कहते हैं कि संविधान मर गया है, और अब चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
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राहुल गांधी का चुनाव आयोग को बेईमान बताना विरोधाभासी है
प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह वही चुनाव आयोग है, जिसके सर्टिफिकेट से राहुल गांधी खुद संसद पहुंचे हैं। यही चुनाव आयोग है, जिसके जरिए कांग्रेस की सरकार हिमाचल और तेलंगाना में बनी है। ऐसे में अगर राहुल गांधी चुनाव आयोग को बेईमान बताते हैं तो यह पूरी तरह से विरोधाभासी बात है। यात्रा को लेकर प्रमोद कृष्णम का कहना है कि यह कोई वोटर अधिकार यात्रा नहीं बल्कि हज यात्रा निकालनी चाहिए। राहुल गांधी को बिहार में यात्रा निकालने की बजाय हज यात्रा करनी चाहिए।
देश को तालिबान बनाने की मानसिकता रखते हैं राहुल गांधी
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी देश को तालिबान बनाने की मानसिकता रखते हैं और उनकी यह यात्रा सिर्फ और सिर्फ एक चुनावी स्टंट है। अब सवाल यह है कि राहुल गांधी की इस यात्रा से जनता को कितना जोड़ पाएंगे और विपक्ष के इस हमले का कांग्रेस किस तरह जवाब देगी। क्या यह यात्रा वास्तव में लोकतंत्र और मताधिकार के लिए है या फिर जैसा विरोधी दल कह रहे हैं—सिर्फ और सिर्फ चुनावी ड्रामा है?