Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में 57 उम्मीदवार शामिल हैं. जेडीयू ने 30 सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं, जबकि 27 उम्मीदवारों को फिर से टिकट दिया गया है.
टिकट पाने वालों में पाँच मंत्री भी शामिल हैं, जिनमें विजय चौधरी, रत्नेश सदा, मदन सहनी, श्रवण कुमार और महेश्वर हजारी शामिल हैं. इस सूची में तीन कद्दावर नेता अमरेंद्र कुमार पांडे, धूमल सिंह और अनंत सिंह भी शामिल हैं. जेडीयू ने अपनी पहली सूची में चार महिलाओं को भी शामिल किया है: मधेपुरा से कविता साहा, गायघाट से कोमल सिंह, समस्तीपुर से अश्वमेध देवी और विभूतिपुर से रवीना कुशवाहा.
चिराग पासवान की सीटों पर उम्मीदवार
जेडीयू ने चिराग पासवान की पाँच सीटों पर भी उम्मीदवार उतारे हैं. जेडीयू ने सोनबरसा, अलौली, राजगीर, एकमा और मोरवा से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है. सूची में 10 अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों को टिकट देकर पार्टी ने सामाजिक समीकरणों पर ध्यान केंद्रित किया है.
सरायरंजन सीट से मौजूदा मंत्री विजय कुमार चौधरी के बेटे के चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन पार्टी ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए विजय चौधरी पर भरोसा जताया है. इसी तरह, 2020 के विधानसभा चुनाव में मात्र 12 वोटों के अंतर से जीतने वाले कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को पार्टी ने हिलसा सीट से दोबारा उम्मीदवार बनाया है.
सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं
नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की पहली सूची में जातिगत समीकरणों को साधने की अच्छी कोशिश की है. उन्होंने अपनी पारंपरिक लव-कुश (कुर्मी-कुशवाहा) जातियों को बड़ी संख्या में टिकट दिए हैं. नीतीश कुमार ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है. जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए, सूची में 12 दलित, 9 कुर्मी, 6 कुशवाहा, 3 धानुक, 6 भूमिहार, 5 राजपूत, 1 कायस्थ, 1 ब्राह्मण, 5 वैश्य और 2 निषाद शामिल हैं। पार्टी ने अनुसूचित जाति वर्ग से 10 उम्मीदवार उतारे हैं.
हजारी टिकट पाने में सफल रहे
पार्टी ने मंत्री महेश्वर हजारी का टिकट कटने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्हें कल्याणपुर से फिर से उम्मीदवार बनाया है. हजारी के बेटे ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर समस्तीपुर (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार शांभवी चौधरी से हार गए थे. जदयू इस बार 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 2020 में उसने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जहाँ उसे 43 सीटों पर जीत मिली थी.