Bihar Chunav 2025: चुनाव आयोग ने मंगलवार को बताया कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से प्रवर्तन एजेंसियों ने बिहार में 71 करोड़ से ज़्यादा की कैश, ड्रग्स, शराब और कीमती धातु जब्त की है. 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद से बिहार एक शराबबंदी वाला राज्य बना हुआ है. चुनाव आयोग ने बताया कि 21 अक्टूबर तक विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कई एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्रवाई के जरिए 71.32 करोड़ से ज़्यादा की कैश, शराब, ड्रग्स, कीमती धातु और अन्य अवैध सामान जब्त किया गया है.
6 अक्टूबर को आयोग ने घोषणा की कि राज्य में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे और मतगणना 14 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग ने बताया कि शिकायत का 100 मिनट के भीतर समाधान सुनिश्चित करने के लिए पूरे बिहार में 824 फ्लाइंग स्क्वाड तैनात किए गए है.
2016 से बिहार में शराबबंदी
नागरिक और राजनीतिक दल मॉडल कोड उल्लंघन की शिकायतें C-Vigil मोबाइल एप या ECINET डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी दर्ज कर सकते हैं. आयोग ने कहा कि इस तरह के समन्वित प्रयासों से चुनाव नियमों का पालन सुनिश्चित होगा और गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगेगी. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए सोमवार को नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हो गई. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों के लिए अब कुल 1,314 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे है.
कुल कितने नामांकन वापस
पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होकर 17 अक्टूबर तक चली. इसके बाद 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई और उम्मीदवार 20 अक्टूबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते थे. पहले चरण के लिए मतदान 6 नवंबर को होगा. चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण में कुल 1,690 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए. जिनमें से 1,375 नामांकन वैध पाए गए. नाम वापसी की अंतिम तिथि तक 61 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में रह गए.