Harish Rawat Road Accident: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत शनिवार (18 अक्टूबर) को दिल्ली से देहरादून जाते समय कंकरखेड़ा के पास एक सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बच गए. एएनआई के अनुसार, रावत को कोई चोट नहीं आई और उन्होंने घटना के बाद अपनी यात्रा फिर से शुरू कर दी. दुर्घटना के कारण या वाहन की स्थिति के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है.
कैसे हुई दुर्घटना?
रिपोर्टों के अनुसार, रावत अपनी निजी गाड़ी चला रहे थे, तभी कंकरखेड़ा इलाके के पास एक अन्य गाड़ी अचानक उनके सामने आ गई. टक्कर से बचने की कोशिश में, रावत ने कार पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे गाड़ी अन्य वाहनों से टकरा गई और फिर हाईवे के डिवाइडर से टकरा गई. टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि उनकी कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
पुलिस ने मौके पर पहुंच की हरीश रावत की मदद
घटना के तुरंत बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. कंकरखेड़ा पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा कड़ी कर दी और उन्हें सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक अन्य वाहन की व्यवस्था की.
दुर्घटना के गवाह स्थानीय लोगों ने हाईवे पर भारी यातायात और लापरवाही से गाड़ी चलाने से उत्पन्न होने वाले खतरों पर प्रकाश डाला, जो अक्सर इसी तरह की दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं. इस दुर्घटना के कारण कुछ समय के लिए यातायात जाम भी हो गया.
हरीश रावत के पॉलिटिकल करियर पर एक नजर
हरीश रावत एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, जो अपने लंबे और प्रभावशाली राजनीतिक जीवन के लिए जाने जाते हैं. 27 अप्रैल, 1948 को अल्मोड़ा जिले में जन्मे रावत ने एक छात्र नेता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और आगे चलकर इस पहाड़ी राज्य में कांग्रेस पार्टी के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक बन गए.
उन्होंने विजय बहुगुणा के बाद 2014 से 2017 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. इससे पहले, उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रमुख पदों पर कार्य किया, जिनमें केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री और बाद में मनमोहन सिंह सरकार में जल संसाधन मंत्री शामिल हैं.