Benefits of peeing sitting down: पुरुषों में ज्यादातर खड़े होकर पेशाब करने की आदत होती है. क्योंकि, यह ज्यादा आसान और सुविधाजनक लगता है. यही वजह है कि आजकल ज्यादातर पुरुषों के पब्लिक टॉयलेट स्टेंडिंग होते हैं और बहुत कम ही बैठने वाले बनाए जाते हैं. हालांकि, पहले के लोग बैठकर पेशाब करना ज्यादा ठीक समझते थे और यह होता भी था. जी हां, कई रिसर्च में ऐसा सामने आया है कि खड़े होकर पेशाब करने की आदत आपकी हेल्थ पर नेगेटिव असर डाल सकती है.
क्या खड़े होकर पेशाब करना है नुकसानदायक?
खड़े होकर पेशाब करना सामान्य लग सकता है, लेकिन कुछ रिसर्च और विशेषज्ञों ने ऐसा माना है कि यह पुरुषों के प्रोस्टेट हेल्थ पर नेगेटिव असर डाल सकता है. ऐसा माना गया है कि खड़े होकर पेशाब करने से मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है, जिससे पेशाब रुक-रुक आओने की समस्या हो सकती है. ऐसे में समय के साथ यह समस्या बढ़कर प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन, संक्रमण या यौन दुबर्लता का कारण भी बन सकती है.
क्या नपुंसक बना सकती है खड़े होकर पेशाब की आदत?

खड़े होकर पेशाब करने की आदत नपुंसक (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) बना सकती है, ऐसा दावा करना सही नहीं होगा. साथ ही ऐसा भी कोई प्रमाण नहीं मिलता है कि खड़े होकर पेशाब करने से मर्दाना ताकत कम होती है. हालांकि, अगर किसी को प्रोस्टेट की समस्या है तो उनके लिए बैठकर पेशाब करना ही ठीक रहता है.
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बैठकर पेशाब करने के फायदे क्या हैं?
डॉक्टर्स ऐसा मानते हैं कि बैठकर पेशाब करने से पेल्विक और स्पाइन मसल्स रिलेक्स होती हैं, जिससे आसानी से पेशाब निकल पाता है और मूत्राशय खाली हो पाता है. नतीजन संक्रमण यानी इंफेक्शन और प्रोस्टेट की समस्या का खतरा भी कम होता है. हालांकि, यह भी कहा जाता है कि पेशाब करने की कोई भी पोजिशन खराब नहीं होती है, यह बस आदत की बात है. ऐसे में दिल में यह डर बैठाना की खड़े होकर पेशाब करना सेहत खराब कर सकता है, बिल्कुल गलत है. हालांकि, अगर आपको प्राइवेट पार्ट या पेशाब से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.