Analogue Paneer News: त्योहारों के सीजन (Festive Season) में नकली पनीर बेचने के मामले अक्सर सामने आते हैं. हाल ही में फूड डिलीवरी कंपनी Zomato Hyperpure पर ‘एनालॉग पनीर’ बेचने का मामला भी सामने आया था. नकली पनीर खाने से लोगों में फुड पॉइजनिंग (Food Poisoning) होने का खतरा रहता है. यह पनीर बिल्कुल असली पनीर जैसा ही नजर आता है. यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है. इस नकली पनीर में न सिर्फ़ आपके अपेक्षित ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी होती है. हममें से कई लोग अनजाने में इसे रोज़ाना खा रहे हैं! लेकिन इससे बचा जा सकता है, आइए बताते हैं कैसे?
कैसे बनती है एनालॉग पनीर?
एनालॉग पनीर (Analogue Paneer) को बनाने के लिए पूरा फैट्स का इस्तेमाल करके इसे एकदम असली पनीर की तरह दिखने में बनाया जाता है. इसे बनाने के लिए वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल भी किया जाता है. एनालॉग पनीर बनाने के लिए वनस्पति तेलों और स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं रियल पनीर दूध, नींबू और सिरके से बनाई जाती है. यह पनीर कम पौष्टिक होता है और सेहत के लिए भी काफी ज्यादा हानिकारक होता है. इस उत्पाद में दूध की वसा के बजाय वनस्पति वसा की मिलावट की जाती है. इसकी कीमत असली पनीर के मुकाबले का कम होती है. एनालॉग पनीर रियल पनीर जैसा ही लगता है. इस पनीर के दाम असली पनीर से आधे होते हैं. यानी अगर असली पनीर 400 रुपये किलो है, तो इसके दाम करीब 200 रुपये ही होंगे.
एनालॉग पनीर पहचानने के तीन तरीके (Analogue Paneer Test)
- पहला- दाल टेस्ट : सबसे पहने पनीर को तूल दाल के साथ पानी में उबाल लें. अगर आपका पानी लाल हो जाता है, तो यह एनालॉग पनीर है.
- दूसरा- लेबल टेस्ट: रियल पनीर में मिल्क सोलिड और सिट्रिक एसिड पाया जाता है. वहीं एनालॉग पनीर वनस्पति तेलों और स्टार्च से बनाया जाता है.
- तीसरा- Iodine टेस्ट: पनीर में Iodine डालें अगर ब्लू हो गया तो उसमें स्टार्च होता है. तो वह एनालॉग पनीर होता है.
Diwali 2025 पर आप भी कर रहे Fasting-Feasting की प्लानिंग? तो पहले ही जान लें इसके साइड इफेक्ट्स