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चिकित्सा जगत में आ गई नई क्रांति, चीनी वैज्ञानिकों ने किया ऐसा अविष्कार; दूर हो जाएगी सारी समस्या!

Crystal Camera in Healthcare: चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे कैमरों का अविष्कार किया है. जिसकी मदद से आप अपने शरीर के अंदर की गतिविधियों को आसानी से देख सकते हैं.

By: Sohail Rahman | Published: October 17, 2025 8:55:14 PM IST



Medical Science New Technology: विज्ञान और तकनीक लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं. खासकर चिकित्सा विज्ञान में हर दिन ऐसी-ऐसी खोज हो रही है. जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए रामबाण साबित हो सकती है. नई-नई खोज से मरीजों से लेकर डॉक्टरों तक को इसका लाभ मिल सकता है. ऐसी ही दो नई तकनीक इन दिनों काफी चर्चा में हैं, जिनकी मदद से इंसान अपने शरीर के अंदर क्या हो रहा है, यह देख सकता है. चीनी शोधकर्ताओं ने नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक अनोखा क्रिस्टल कैमरा विकसित किया है. यह कैमरा Perovskite Crystal से बना है और गामा किरणों को पकड़ने में बेहद तेज है. चिकित्सा विज्ञान में गामा किरणों का इस्तेमाल विशिष्ट परीक्षणों और स्कैनिंग के लिए किया जाता है.

क्या-क्या होगा लाभ?

इस क्रिस्टल कैमरे से डॉक्टर दिल की धड़कन, रक्त प्रवाह और शरीर में छिपी बीमारियों का आसानी से पता लगा सकते हैं. आसान शब्दों में इसका अर्थ समझने का प्रयास करें तो अब मरीज के शरीर के अंदर क्या हो रहा है, इसकी जानकारी ज्यादा सटीक और तेजी से मिल सकेगी. यह तकनीक SPECT स्कैन जैसे परीक्षणों को और भी उन्नत और विश्वसनीय बनाएगी. शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि यह तकनीक भविष्य में कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का पता लगाने में बेहद मददगार साबित होगी.

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दिल्ली में भी चिकित्सा क्रांति

देश की राजधानी दिल्ली में चिकित्सा विज्ञान की दुनिया में एक नई क्रांति आई है. सफदरजंग अस्पताल और वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज में मरीजों को अपने शरीर को 3D में देखने की सुविधा मिल गई. इसके लिए अस्पताल में Anatomage Table नामक एक उन्नत मशीन लगाई गई है. यह टेबल किसी भी मरीज के सीटी और एमआरआई स्कैन को डिजिटल 3D मॉडल में बदल देती है. इसका मतलब है कि मरीज अब अपने हृदय, हड्डियों और ऊतकों को एक वास्तविक 3D इमेज में देख सकते हैं.

सफदरजंग अस्पताल के निदेशक ने क्या कहा?

इस पूरे मामले पर सफदरजंग अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बंसल का बयान भी सामने आया है. जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस तकनीक से मरीजों को अपनी बीमारी और इलाज को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी. वे ऑपरेशन से पहले डॉक्टरों की बातें साफ़-साफ़ देख पाएंगे. इन सारी तकनीकों की वजह से उनके अंदर का डर काफी हद तक कम हो जाएगा.

इस तकनीक से डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों और मेडिकल छात्रों को काफी आसानी होने वाली है. इस तकनीक के माध्यम से किसी भी बीमारी और शरीर के अंदर की जटिलताओं को आसानी से देखा और बारीकी से समझा जा सकता है.

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