Bihar Chunav 2025: बिहार में चुनावी दंगल का बिगुल बज गया है. सभी पार्टियों ने वोटर्स को अपने पाले में लाने के लिए पूरी ताकत झोक दी है. अब आने वाले समय में बिहार में दिग्गज नेताओं का प्रचार और जनसभाओं का सिलसिला शुरू होगा जिसमें एक दिन में अलग-अलग जगहों को कवर करना होगा, जोकि आसान नहीं है. इसके लिए पार्टियां हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती हैं.
खबरों की माने तो, जैसे-जैसे बिहार में चुनावी माहौल गर्म हो रहा है, राजनीतिक दलों ने हेलीकॉप्टरों की बुकिंग शुरू कर दी है. लेकिन क्या आपको पता गहै कि चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर कैसे बुक कर सकते हैं और इसमें एक घंटे के लिए कितना खर्चा आता है? चलिए जानते हैं.
हेलीकॉप्टर बुक करने का प्रोसेस
खबरों के मुताबिक, इस चुनावी मौसम में बिहार स्टेट हैंगर से रोज़ाना लगभग 20 हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे. भाजपा, कांग्रेस, राजद और जदयू समेत प्रमुख दल अपने शीर्ष नेताओं के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लेने की तैयारी कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान, पार्टियां आमतौर पर हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों के साथ 45 से 60 दिनों के लिए अनुबंध करती हैं. इन अनुबंधों में प्रतिदिन उड़ान के न्यूनतम घंटों की शर्त होती है. इससे ऑपरेटरों के लिए एक निश्चित राजस्व सुनिश्चित होता है और पार्टियों के लिए रैलियां आयोजित करने के लिए हेलीकॉप्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित होती है.
इस बीच, राजनीतिक दलों को हेलीकॉप्टर सेवाएं कौन प्रदान करता है? तो बता दें कि पवन हंस, हेलिगो चार्टर्स और ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प लिमिटेड (जीवीएचएल) उन प्रमुख कंपनियों में शामिल हैं जो चुनावों के दौरान हेलीकॉप्टर किराए पर देती हैं. इन कंपनियों के पास कुल मिलाकर लगभग 13 से 15 हेलीकॉप्टर हैं, जो चुनावों के दौरान पूरी तरह से बुक रहते हैं.
एक घंटे का हेलीकॉप्टर का किराया
चुनावों के दौरान हेलीकॉप्टरों की मांग आसमान छू जाती है, जिससे किराया सामान्य समय की तुलना में 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि सिंगल-इंजन हेलीकॉप्टर की कीमत आमतौर पर 1 से 2 लाख रुपये प्रति घंटा होती है. वहीं, डबल-इंजन या ट्विन-इंजन हेलीकॉप्टर, जो 8-सीटर होते हैं, की कीमत 3 से 4 लाख रुपये प्रति घंटा हो सकती है. अगर किसी ऑपरेटर के पास 4 से 5 हेलीकॉप्टर हैं, तो वह चुनावी मौसम के सिर्फ़ दो महीनों में 20 से 25 करोड़ रुपये कमा सकता है. इसके विपरीत, यही कंपनियां आमतौर पर प्रति माह 40 से 45 घंटे उड़ान भरती हैं और लगभग आधी कमाई करती हैं.
एक हेलीकॉप्टर के लिए 11 लाख का खर्च
हेलीकॉप्टर किराए पर लेते समय, किसी भी पार्टी या नेता को न केवल उड़ान शुल्क, बल्कि जीएसटी और अन्य खर्च भी चुकाने होते हैं. चुनावी मौसम में, जो पार्टियां रोज़ाना हेलीकॉप्टर बुक करती हैं, उन्हें प्रतिदिन कम से कम तीन घंटे की उड़ान का शुल्क और 18% जीएसटी देना होगा. इस तरह एक हेलीकॉप्टर पर प्रतिदिन लगभग 11 लाख का खर्च आता है.
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