Home > Chunav > परिवार के बाद अब ओवैसी देंगे Tej Pratap Yadav को तेज झटका, महुआ सीट से इस नेता को बना सकते हैं उम्मीदवार

परिवार के बाद अब ओवैसी देंगे Tej Pratap Yadav को तेज झटका, महुआ सीट से इस नेता को बना सकते हैं उम्मीदवार

Bachcha Rai AIMIM Mahua Ticket: गौरतलब है कि ओवैसी के सीमांचल दौरे के दौरान, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पूर्णिया में बच्चा राय को ओवैसी से मिलवाया था. उस समय एक बड़ी सभा की भी योजना बनाई गई थी. इसके बाद, राय ने ओवैसी के महुआ दौरे की तैयारी शुरू कर दी.

By: Ashish Rai | Published: October 5, 2025 7:10:21 PM IST



Asaduddin Owaisi Bihar Visit:  2016 के टॉपर्स घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार उर्फ ​​बच्चा राय, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के टिकट पर महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं. दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी 6 अक्टूबर को राय के लिए प्रचार करने महुआ पहुँच रहे हैं.

यह सीट वर्तमान में राजद के पास है. राजद के मुकेश कुमार रोशन यहाँ से विधायक हैं, लेकिन लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है. तेज प्रताप ने महुआ का दौरा शुरू कर दिया है.

पटना के लोगों का इंतजार हुआ खत्म, CM नीतीश कुमार कल करेंगे मेट्रो का उद्घाटन; जानें- कितना रहेगा किराया?

ओवैसी के आगमन की तैयारियाँ चल रही हैं

इस बीच, महुआ के गांधी मैदान में ओवैसी की रैली की तैयारियाँ चल रही हैं. बच्चा राय ने भी महुआ में जगह-जगह होर्डिंग्स लगाकर अपने नाम से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है. गौरतलब है कि ओवैसी के सीमांचल दौरे के दौरान, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पूर्णिया में बच्चा राय को ओवैसी से मिलवाया था. उस समय एक बड़ी सभा की भी योजना बनाई गई थी. इसके बाद, राय ने ओवैसी के महुआ दौरे की तैयारी शुरू कर दी.

बच्चा राय बिहार बोर्ड टॉपर घोटाले का मुख्य आरोपी है

बच्चा बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर का निवासी हैं. उन्होंने 2016 के बिहार बोर्ड टॉपर घोटाले के ज़रिए बिहार को बदनाम किया था. राय खुद अपने वीआर कॉलेज के सचिव और प्राचार्य रह चुके हैं.

उसके कॉलेज की एक छात्रा रूबी कुमारी ने आर्ट्स की परीक्षा में बिहार टॉप किया था. जब मीडिया ने उस छात्रा का इंटरव्यू लिया, तो उसने राजनीति विज्ञान को ‘प्रोडिकल साइंस’ बताया और इसे खाना पकाने का विषय बताया. इसके बाद, एक जाँच समिति का गठन किया गया, जिसने विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से टॉपर घोटाले का पर्दाफाश किया। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उसके घर पर छापा मारा और 3 करोड़ रुपये नकद बरामद किए.

बच्चा राय को जेल भी हो चुकी है

2018 में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बच्चा राय की करोड़ों की ज़मीन ज़ब्त कर ली थी, और उनके ख़िलाफ़ मामला अभी भी चल रहा है. इस मामले में उन्होंने कई महीने जेल में भी बिताए. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम महुआ क्षेत्र की राजनीति में नई बहस और उथल-पुथल मचा सकता है, क्योंकि एक विवादास्पद पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार का चुनावी मैदान में उतरना स्थानीय मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बन गया है.

‘बिहार की सत्ता से बाहर होने वाली है BJP, इसलिए बुर्का पहनकर…’, प्रियंका चतुर्वेदी का बड़ा दावा

Advertisement