Indian Woman Riding Side Saddle on Motorbike: आपने वर्षों से यह देखा होगा कि जब आपकी मां, दादी, चाची या परिवार की कोई और महिला मोटरसाइकिल पर पीछे बैठती है, तो वह हमेशा अपने एक पैर को एक तरफ रखती है. यह प्रथा चलती रही और 1980 या 1990 में पैदा हुई अगली पीढ़ी की महिलाएं भी इसी तरह बैठती हैं. लेकिन क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है कि आखिर महिला ही ऐसे क्यों बैठती हैं, पुरुष क्यों नहीं ऐसे बैठते हैं. तो चलिए आज हम आपको इसके पीछे का इतिहास बताते हैं.
कहां से शुरू हुई यह परंपरा? (Where did this tradition begin?)
जेनिथ इरफान (zenith irfan) एक पाकिस्तानी इंस्टाग्राम यूजर और कंटेंट क्रिएटर हैं, जिनके इंस्टाग्राम पर 1 लाख से ज्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. उनके इंस्टाग्राम बायो के अनुसार वह अपने देश की पहली महिला हैं जिन्होंने मोटरसाइकिल से पूरे देश की यात्रा की है. एक वीडियो में उन्होंने बताया कि बाइकर बनकर उन्होंने अपने दिवंगत पिता का सपना पूरा किया. हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण एशियाई देशों खासकर भारत और पाकिस्तान में महिलाएं मोटरसाइकिल पर पीछे बैठते समय एक पैर को एक तरफ क्यों रखती हैं.
सबसे पहले किस महिला ने एकतरफ बैठकर की सफर (Which woman was the first to travel while sitting on one side of the seat?)
हालांकि, जेनिथ इस वीडियो में खास तौर पर पाकिस्तान की बात कर रही हैं. लेकिन अगर भारत में भी नजर दौड़ाएं तो भारत में भी यह प्रथा आम है. आगे वो अपनी बात रखती हुई कहतीं हैं कि इस तरह बैठने की यह आदत पाकिस्तानी संस्कृति का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह ब्रिटिश संस्कृति से आई है. जेनिथ के अनुसार यह चलन 14वीं-15वीं सदी में शुरू हुआ था. प्रिंसेस एन ऑफ बोहेमिया अपने घोड़े पर एक तरफ पैर कर के बैठी थीं और इसी तरह उन्होंने पूरे यूरोप को पार किया था, जो करीब 1000 मील (1600 किलोमीटर) का सफर था. उन दिनों में औरतों का आदमियों की तरह दोनों तरफ पैर कर बैठना बेहया और बेशर्मी वाली बात माना जाता था.
आगे अपनी बात रखते हुए जेनिथ ने कहा कि यह हमारी दक्षिण एशियाई संस्कृति का हिस्सा नहीं था. एक पाकिस्तानी के तौर पर उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई का उदाहरण दिया, जो एक महान भारतीय योद्धा रानी थीं, जिन्होंने घोड़े पर बैठकर कई युद्ध लड़े. जब अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया, तो हमने उनकी संस्कृति अपना ली और जब मोटरसाइकिलें आम हो गईं तो महिलाओं ने भी एक पैर एक तरफ रखकर उन पर सवारी करनी शुरू कर दी.
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