Tejshwi Yadav Rajshree Love Story: प्यार करना और फिर शादी करना हर दौर में मुश्किल रहा है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि प्यार करने वाला किस धर्म, जाति, समुदाय और वर्ग से ताल्लुक रखता है. राजनीति और कारोबारी दुनिया में भी ऐसा ही होता रहा है. कई ऐसी लव मैरिज हुई हैं, जहां परिवार ने ऐसा करने वालों से रिश्ते तोड़ लिए या फिर बहुत दूरी बनी ली. इसका असर यह हुआ कि सबकुछ कभी सामान्य नहीं हुआ. भले ही आज के दौर में लव मैरिज करना बहुत सामान्य हो गया हो, लेकिन आसान कभी नहीं रहा है. कई बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू प्रसाद यादव के परिवार में वर्ष 2021 में उस वक्त भूचाल आ गया है जब छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने लव मैरिज करने का निर्णय लिया. इस लव स्टोरी ने लोगों को इसलिए भी चौंकाया, क्योंकि किसी ने अंदाजा भी नहीं लगाया था कि पारंपरिक परिवार से जुड़े तेजस्वी यादव की कोई गर्लफ्रेंड भी हो सकती है और वह उससे शादी करने के लिए लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सामने ‘बगावत’ का एलान भी सकते हैं. आज हम लव मैरिज श्रंखला की तीसरी कड़ी में बताएंगे बिहार के डिप्टी सीएम रह चुके राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की लव स्टोरी और लव मैरिज के बारे में.
गैरधर्म की लड़की पर आया तेजस्वी यादव का दिल (Tejshwi Yadav fell in love with Rajshree Yadav)
लालू प्रसाद यादव की फैमिली बहुत ही ट्रेडिशनल है. परिवार का रहन-सहन, खानपान और बोलचाल का लहजा बताता है कि लालू का परिवार जमीनी स्तर से जुड़ा है. लालू प्रसाद यादव सालों तक बिहार के मुख्यमंत्री रहने के साथ केंद्र में भी मंत्री रहे, लेकिन इस दौरान शायद ही कभी ऐसा मौका आया हो जब उन्होंने अपना देसी लुक छोड़ा हो. वह पान खाते हैं तो उन्होंने इसे छिपाया भी नहीं. लोगों ने सार्वजनिक रूप से पान खाते और थूकते देखा है, हालांकि उनकी इस बात के लिए आलोचना भी हुई. खैर यहां बात हो रही है तेजस्वी यादव और राजश्री यादव की लव मैरिज की. कहते हैं कि प्यार किया नहीं जाता बल्कि यह हो जाता है. तेजस्वी के साथ भी ऐसा ही हुआ.

तेजस्वी यादव ने अपनी शुरुआती पढ़ाई बिहार की राजधानी पटना के स्कूल में की. इसके बाद बड़ी बहन मीसा भारती के साथ दिल्ली चले आए. यहां पर उनका एडमिशन दिल्ली के आरके पुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में करा दिया गया. उस दौर में दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ना स्टेटस सिंबल माना जाता था. इसी स्कूल में रेचल गोडिन्हो (क्रिश्चियन रेचल) पड़ती थीं. ऐसा कहा जाता है कि तेजस्वी ने जैसे ही रेचल गोडिन्हो को देखा तो प्यार हो गया. यह जानने के बाद भी कि रेचल गोडिन्हो का धर्म क्रिश्चियन है. वह उम्र ही ऐसी थी जब सिवाय चाहत के कुछ और नजर नहीं आता है. जिस उम्र में तेजस्वी को क्रिश्चियन लड़की से प्यार हुआ तो सोचा भी नहीं था कि एक दिन वह शादी जैसा निर्णय भी लेंगे और वह भी बहुत मजबूती के साथ.
साथ छूटा पर एक-दूसरे के लिए धड़कता रहा दिल (Tejshwi Yadav and Rajshree loved each other for years)
दिल्ली के आरके पुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में तेजस्वी यादव की मुलाकात हुई तो पहली ही नजर में वह रेचल गोडिन्हो को दिल दे बैठे. बताते हैं कि चंद मुलाकातों में ही तेजस्वी यादव और रेचल गोडिन्हो दोनों दोस्त बन गए. इसके बाद दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया. प्यार तो हुआ, लेकिन कुछ सालों में साथ छूट गया. दरअसल, तेजस्वी को क्रिकेट का जुनून था. क्रिकेट खेलने के जुनून में तेजस्वी 10वीं की परीक्षा नहीं दे पाए. इसके बाद पढ़ाई भी छोड़ दी और एक तरह से रेचल से भी साथ छूट गया. अच्छी बात यह रही कि तेजस्वी यादव और रेचल की दोस्ती और प्यार बरकरार रहा. स्कूल छोड़ने के बाद भी दोनों मिलते रहे. इस दौरान प्यार गहरा और चटख हो गया. क्रिकेट में कमाल नहीं कर सके तो तेजस्वी ने पिता की विरासत संभालने के साथ राजनीति में उतर गए. वर्ष 2015 में राघोपुर की परंपरागत सीट से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए. उधर, दूसरी तरफ रेचल एयरहोस्टेस बन गईं. हैरत इस बात की है कि स्कूल से लेकर करियर चुनने तक तेजस्वी और रेचल एक-दूसरे से ना केवल संपर्क में रहे, बल्कि मुलाकातें भी करते रहे, लेकिन परिवार को इसकी भनक दूर-दूर तक नहीं लगी. मीडिया भी इस मामले में चूक गया. राजनीति में सक्रिय रहने के बावजूद तेजस्वी अपनी गर्लफ्रेंड रेचल से मिलने के लिए समय निकाल ही लेते. यहां तककि दिल्ली आते-जाते रहते. यह अलग बात है कि तेजस्वी के बार-बार बिहार से दिल्ली आने पर सवाल तो उठे, लेकिन कोई यह अनुमान नहीं लगा पाया कि आखिर वह क्यों दिल्ली आते हैं?

44 हजार से ज्यादा लड़कियों पर भारी पड़ीं राजश्री! (Tejashwi rejected proposals from more than 44,000 girls)
तेजस्वी यादव 9 बहन-भाइयों में सबसे छोटे हैं. इस लिहाज से वह माता-पिता के साथ-साथ बहनों के भी लाड़ले हैं. तेजस्वी यादव की बॉन्डिंग अपनी बहनों के साथ नजर भी आती है. मई 2018 में लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी ऐश्वर्या राय के साथ बड़ी ही धूमधाम से हुई. इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे थे कि तेजस्वी यादव की शादी भी जल्द होगी. तेजस्वी यादव के साथ रिश्ते भी आने लगे. बताया जाता है कि 44 हजार से ज्यादा लड़कियों के रिश्ते तेजस्वी यादव के लिए आए, लेकिन वह रिजेक्ट करते रहे. लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को भी यह अंदाजा नहीं था कि आखिर तेजस्वी यादव क्यों लड़कियों को रिजेक्ट कर रहे हैं. क्या तेजस्वी यादव ने अपनी बहनों को इस बार में यानी रेचल गोडिन्हो के बारे बताया था? इसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया है.

आसान नहीं थी तेजस्वी-राजश्री से शादी? (Tejshvi Rajshri marriage is not easy)
स्कूल की दोस्त रेचल गोडिन्हो से बहुत ज्यादा प्यार करने वाले तेजस्वी यादव समाज और अपने पिता की राजनीतिक हैसियत को देखते हुए अपने रिश्ते को कभी सार्वजनिक नहीं कर पाए. चाहे मध्य वर्ग हो या फिर उच्च वर्ग, लव मैरिज आसान नहीं है. तेजस्वी यादव के साथ भी ऐसा ही हुआ. स्कूल की दोस्त से रेचल गोडिन्हो से प्यार करने वाले तेजस्वी यादव शादी तो करना चाहते थे, लेकिन पिता या मां से इसका इजहार मुश्किल था. बताया जाता है कि बिहार के डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने जैसे ही रेचल गोडिन्हो से शादी करने की इच्छा जताई तो घर में भूकंप आ गया. गैर जाति छोड़ों लड़की गैरधर्म की थी, इसलिए शुरू में ना तो लालू प्रसाद यादव राजी हुए और ना ही राबड़ी ने इस रिश्ते पर हामी भरी.

यह भी कहा जाता है कि रेचल गोडिन्हो के नाम और धर्म को लेकर भी घर में हंगामा हुआ. तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में खुद कबूला है कि उन्होंने सबसे पहले रचेल से रिश्ते के बारे में बताया तो परिवार में एतराज नहीं, लेकिन जानकार ऐसा नहीं मानते हैं. तेजस्वी के मुताबिक, पिता लालू प्रसाद यादव पहले से ही रचेल और उनके रिश्ते के बारे में जानते थे. एक बार उन्होंने कहा भी था कि शादी करनी है कोई लड़की जेहन में हो तो बता दे. जैसे ही पिता जी ने पूछा तो तबाक से मैंने रचेल का नाम ले लिया. इसके बाद रेचल को लालूजी से मिलवाया. तेजस्वी ने इसी इंटरव्यू में बताया था कि रचेल और उनका धर्म अलग-अलगा था, लेकिन लालू-राबड़ी को कोई आपत्ति नहीं थी. इसके बाद शादी हो गई. ऐसा कहा जाता है कि समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव ने भी इस विवाह को लेकर मध्यस्थता की थी, लेकिन इसकी पुष्टि आज तक नहीं हुई.
आखिर कैसे निकला तेजस्वी यादव और रेचल गोडिन्हो की शादी का हल (Solution to marriage of Tejshwi Yadav and Rachel)
तेजस्वी यादव ने अपनी बचपन की दोस्त रेचल गोडिन्हो से शादी करने की इच्छा जताई तो राबड़ी देवी काफी नाराज हुईं. राबड़ी ने कुछ अन्य लड़कियों से शादी के प्रस्ताव भी रखे, लेकिन तेजस्वी टस से मस नहीं हुए. सबसे अधिक एतराज रेचल गोडिन्हो के धर्म को लेकर था. इसका भी रास्ता निकाला गया. बताया जाता है कि रेचल गोडिन्हो का नाम बदलकर राजश्री यादव किया गया. इसके बाद तेजस्वी यादव ने दिसंबर 2021 में रेचल गोडिन्हो (राजश्री) से शादी रचाई, जिसमें देश की जानी-मानी हस्तियों से शिरकत की. शादी के बाद रेचल ने अपना नाम बदलकर राजश्री यादव रख लिया. यहां यह बता दें कि रेचल गोडिन्हो का परिवार रेवाड़ी (हरियाणा) का रहने वाला है, लेकिन पढ़ाई और अन्य जरूरतों के चलते दिल्ली शिफ्ट हो गया. यहां पर रेचल गोडिन्हो का एडमिशन मथुरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में करवाया गया. राजश्री यादव के पिता चंडीगढ़ के एक स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर रह चुके हैं. ईसाई परिवार से ताल्लुक रखने वाली रचेल ने जब तेजस्वी से रिश्ते की बात बताई तो परिवार ने एतराज जताया था, लेकिन वह मान गए. दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने वाली रेचल शादी से पहले एक एयरलाइंस में केबिन क्रू (एयर होस्टेस) के रूप में कार्यरत थीं.

मामा ने की थी ‘विलेन’ वाली बात (Tejshwi Yadav uncle not accept the marriage.)
तेजस्वी यादव और रेचल की शादी से कुछ लोग खुश नहीं थे. इनमें रिश्तेदार और कई करीबी थे, जो पारंपरिक सोच को प्राथमिकता दे रहे थे. 8-9 दिसंबर 2021 को तेजस्वी और रचेल की शादी हुई तो एक मामा खफा हो गए. उन्होंने यहां तक कह दिया कि लालू यादव दूसरे को भकचोन्हर कहते हैं, लेकिन सबसे बड़ा भकचोन्हर तो तेजस्वी यादव है. वह यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने यहां तक कह दिया कि तेजस्वी यादव की दूसरे धर्म में शादी से परिवार ही नहीं, पूरा समाज कलंकित हुआ है. उस दौरान गुस्साए मामा ने यहां तक बोल दिया था कि क्या यादव समाज की लड़की शादी के लिए नहीं मिला. अब तेजस्वी यादव बिहार का मुख्यमंत्री बनने का सपना छोड़ दें.

पानी में चीनी की तरह घुल गईं राजश्री यादव (Rajshree Yadav dissolved like sugar in water)
हरियाणा और बिहार की संस्कृति में बहुत अंतर है. बोली-भाषा में भी खासा अंतर है. इसके अलावा रेचल का धर्म भी अलग था. लेकिन रेचल से राजश्री यादव में तब्दील होने वालीं तेजस्वी यादव की पत्नी ने गजब का ट्रांसफॉर्मेशन दिखाया. राजश्री यादव ने बिहार की संस्कृति और बोली को पूरी तरह से अपना लिया. तीज-त्योहार हो या फिर अन्य आयोजन राजश्री लालू-राबड़ी के परिवार के साथ हिंदू रीति-रिवाजों से पूजा करती हैं. यहां तक कि वह बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ को भी मनाती हैं. कुछ साल पहले राबड़ी देवी के साथ चक्की में दाल पीसने का वीडियो भी सामने आया था, यह सोशल मीडिया पर वायरल है और अब भी देखा जाता है. इस तरह रेचल राजश्री बनने के बाद पूरे परिवार से घुलमिल गईं. तेजस्वी यादव और राजश्री यादव के बेटी कात्यायनी और बेटा इराज है.
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