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China: ऐसे रखता है चीन अपने नागरिकों पर नज़र, बैन हैं विदेशी सोशल मीडिया

Digital Policy: चीन में विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स प्रतिबंधित हैं और नागरिकों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाती है। उनका मानना है कि इनसे देश की सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।

By: Sharim ansari | Published: September 8, 2025 7:25:50 PM IST



Restrictions on Foreign Social Media Platforms: चीन बढ़ती अर्थव्यवस्था वाले देशों में गिना जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि चीन में विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम बैन हैं। चीन मानता हैं कि ये प्लेटफार्म देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं, और इनका नियंत्रण न करने से देश की स्थिरता और संप्रभुता पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

ऐसे रखता है चीन कड़ी नज़र

चीन अपनी सुरक्षा पर आने वाले खतरों से निपटने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी और अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा लेता है। चीन का “ग्रेट फ़ायरवॉल” सिस्टम सोशल मीडिया प्लेटफार्म को ब्लॉक करता है और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करने वालों पर भी कड़ी नज़र रखता है। चीन का साइबर सिक्योरिटी लॉ, डाटा प्राइवेसी और विदेशी प्लेटफॉर्म्स के लिए सख्त क़ानून बनाता है और कड़े निर्देश देता है। इन तरीकों से चीन में ऑनलाइन हो रही एक्टिविटीज और खतरनाक कंटेंट शेयर करने वालों पर कार्यवाई की जाती है।

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अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू नज़रिया

चीन की अपनायी गई इन नीतियों से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग नज़रिये हैं। अगर घरेलू स्तर की बात की जाए तो, चीन के लोग अपनी सरकार के इन क़दमों का पालन करते हैं, ताकि देश की सुरक्षा और स्थिरता कायम रहे। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय नजरिया यह कहता है कि ये नीतियां डिजिटल स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के खिलाफ हैं। चीन का यह कदम उन देशों को प्रेरित कर सकता है, जो डिजिटल लैंडस्केप पर कंट्रोल चाहते हैं। अगर यह नीतियां दूसरे देशों में अपनायी जाती हैं तो यह एक संकट का विषय बन सकता है, जिससे डिजिटल इंडिपेंडेंस ख़त्म हो सकती है। इसके अलावा, यह कदम पश्चिमी देशों और चीन जैसे देशों में दरार पैदा कर सकता है।

इस थ्योरी से समझें

चीन की अपनाई गई इन नीतियों को हम “सेक्यूरिटाइजेशन थ्योरी” (Securitization Theory) के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कहती है कि कोई देश किसी मुद्दे को सिक्योरिटी थ्रेट घोषित कर सकता है और फिर उसे खत्म करने के लिए नीतियां बना सकता है। चीन का मानना है कि विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स देश के लिए बड़ा खतरा हैं और विदेशी ताकतों के हाथों में जाकर देश में असंतोष और विरोध को बढ़ावा दे सकते हैं।

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