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Jharkhand: वोटबैंक की राजनीति के लिए एसआईआर का विरोध कर रहे कांग्रेस, झामुमो और राजद – बाबूलाल मरांडी

Jharkhand: वोटबैंक की राजनीति के लिए एसआईआर का विरोध कर रहे कांग्रेस, झामुमो और राजद - बाबूलाल मरांडी, मुसलमानों की बढ़ती आबादी - बांग्लादेश से लगातार हो रहे घुसपैठ का नतीजा

By: Swarnim Suprakash | Published: August 27, 2025 9:26:41 PM IST



रांची, झारखण्ड से मनीष मेहता की रिपोर्ट 
Jharkhand: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार और विपक्षी दलों पर वोटबैंक की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एसआईआर (स्पेशल रिवीजन) का विरोध कर कांग्रेस, झामुमो और राजद यह साबित कर चुके हैं कि उनका मकसद बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को न सिर्फ बसाना है, बल्कि उन्हें वोटर बनाकर चुनावी लाभ उठाना भी है।

मुसलमानों की बढ़ती आबादी – बांग्लादेश से लगातार हो रहे घुसपैठ का नतीजा

मरांडी ने कहा कि झारखंड की डेमोग्राफी तेजी से बदली है। 1951 की जनगणना में जहां आदिवासियों की संख्या 35.38 प्रतिशत थी, वहीं 2011 तक घटकर 26.20 प्रतिशत रह गई। दूसरी ओर मुसलमानों की आबादी 8.9% से बढ़कर 14.53% हो गई। इसी अवधि में सनातनियों की आबादी 87.79% से घटकर 81.17% पर पहुंच गई। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यह प्राकृतिक वृद्धि नहीं है, बल्कि बांग्लादेश से लगातार हो रहे घुसपैठ का नतीजा है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन घुसपैठियों को वोटर कार्ड, राशन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और यहां तक कि जमीन तक उपलब्ध कराई जा रही है। विधानसभा में हुए हंगामे और एसआईआर के खिलाफ पारित प्रस्ताव से विपक्षी दलों की मंशा साफ हो चुकी है।

मौजूदा सरकार के दौरान फर्जी मतदाता जोड़े गए

मरांडी ने मतदाता सूची से जुड़े चौंकाने वाले आंकड़े भी पेश किए। उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 के बीच देश में मतदाताओं की संख्या 9.3% बढ़ी जबकि झारखंड में वृद्धि मात्र 6.2% रही। लेकिन 2019 से 2024 के बीच राष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि 10.1% थी, वहीं झारखंड में यह बढ़कर 16.7% दर्ज की गई। यह स्पष्ट करता है कि मौजूदा सरकार के दौरान फर्जी मतदाता जोड़े गए हैं।

उन्होंने रिजर्व विधानसभा क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि सिमडेगा में 2019 से 2024 के बीच मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 9308 से बढ़कर 16605 हो गई यानी 78.4% वृद्धि। जबकि गैर-मुस्लिम मतों में मात्र 7.2% की बढ़ोतरी हुई। इसी प्रकार जगन्नाथपुर में मुस्लिम वोटरों की वृद्धि 52% रही जबकि गैर-मुस्लिम में सिर्फ 13%। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और दर्शाती है कि सुनियोजित तरीके से डेमोग्राफी बदली जा रही है।

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मरांडी ने कहा कि चाकुलिया और घाटशिला जैसे क्षेत्रों में जहां पहले एक भी मुस्लिम परिवार नहीं था, वहां भी सैकड़ों जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए। जांच में पता चला कि वे लोग मुर्शिदाबाद और मालदा से आए थे। चतरा के प्रतापपुर में भी जितनी आबादी नहीं है, उससे ज्यादा जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए।

भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि जब चुनाव आयोग मतदाता सूची की शुद्धि और पारदर्शिता लाने की बात करता है तो विपक्षी दल उसका विरोध करते हैं। इसका कारण केवल वोटबैंक की राजनीति है। भाजपा मांग करती है कि हर मतदाता का सत्यापन हो और फर्जी नाम तत्काल हटाए जाएं।

मरांडी ने चेतावनी दी कि यदि यह स्थिति बनी रही तो लोकतंत्र पर गंभीर खतरा पैदा होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी और हर हाल में राज्य की डेमोग्राफी को संतुलित बनाए रखने की दिशा में चुनाव आयोग पर दबाव डालेगी।

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