Pakistan: पाकिस्तान से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुन कर हर कोई दंग रह गया है। बताया जा रहा है कि ओसामा बिन लादेन का सबसे मशहूर ट्रेनिंग कैंप,जो 2001 में तबाह हो गया था फिर से सक्रिय हो गया है। इस ट्रेनिंग कैंप का नाम ‘अल फारूकी फिदायी शिविर’ है। इस कैंप पर तहरीक-ए-तालिबान के लड़ाकों ने कब्ज़ा कर लिया है। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, यहीं पर टीटीपी अपने सबसे खूंखार आत्मघाती हमलावरों को ट्रेनिंग दे रहा है।
टीटीपी से जुड़े आतंकी गिरफ्तार
डेली टाइम्स पाकिस्तान के मुताबिक, बुधवार (27 अगस्त) को इस्लामाबाद पुलिस ने टीटीपी से जुड़े एक आतंकी को गिरफ्तार किया। यह आतंकी आत्मघाती हमले की योजना बना रहा था। पूछताछ में पता चला कि इस टीटीपी लड़ाके को अल फारूकी कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी।
अल फारूकी फिदायी शिविर कहां है ?
अफ़ग़ानिस्तान में कंधार के पास पक्तिका में स्थित यह कैंप कभी ओसामा बिन लादेन का हुआ करता था। लादेन यहाँ हर साल 1000 खूंखार आतंकियों को ट्रेनिंग देता था। लादेन द्वारा प्रशिक्षित आतंकी रूसी और अमेरिकी सेना पर हमले करते थे।
2001 में अमेरिका ने हवाई हमले के ज़रिए इस ठिकाने को तबाह कर दिया था। यह ठिकाना पहाड़ के नीचे बना था। इसके बाद किसी भी गुट ने यहाँ डेरा नहीं डाला। अब कहा जा रहा है कि टीटीपी ने यहाँ अपने लड़ाकों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान हासिल की गई जानकारी के अनुसार, टीटीपी का हाजी लाला यहाँ संगठन के लड़ाकों को प्रशिक्षण देता है। यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आतंकवादी पाकिस्तान में प्रवेश करते हैं।
तहरीक-ए-तालिबान और उसका उद्देश्य
बता दें कि ‘तहरीक-ए-तालिबान’ एक आतंकवादी संगठन है। इस संगठन के पास 6000-6500 लड़ाके हैं। यह संगठन पाकिस्तान में खैबर से लेकर इस्लामाबाद तक सक्रिय है। पाकिस्तान आरोप लगाता है कि अफगानिस्तान को इस संगठन से हथियार मिलते हैं। वहीं अफगानिस्तान इस आरोप को खारिज कप चुका है।