अक्षय महाराणा की रिपोर्ट, Odisha News: ओडिशा के भद्रक ज़िले में वैतरणी नदी इस समय उफान पर है। धामनगर ब्लॉक समेत आसपास के कई इलाकों में नदी का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए चिंता का कारण बन गया है। अखुआपड़ा एनीकट पर नदी का स्तर 18.86 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी स्तर 18.33 मीटर से ऊपर है। लगातार पानी बढ़ने के कारण कई गांव जलमग्न हो गए हैं और प्रशासन को तात्कालिक कदम उठाने पड़े हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है। अर्जुनपुर और हसनाबाद पंचायत के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही अर्जुनपुर, हसनाबाद, सोहदा और पधानी पंचायत के लगभग 25 स्कूलों को भी एहतियातन बंद कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
किसानों को भारी नुकसान
भंडारिपोखरी ब्लॉक के कांतिघाई गांव के पास के खेतों में बाढ़ का पानी भर गया है। किसानों की खड़ी फसलें पूरी तरह डूब जाने से भारी नुकसान की आशंका है। किसान अचानक पानी बढ़ने से अपनी फसल को बचा नहीं पाए। वहीं, धामनगर ब्लॉक के मल्लिमहारा और गौरंगपुर एस्केप पॉइंट से पानी का तेज बहाव हो रहा है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। धामनगर ब्लॉक के कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों और सड़कों में घुस चुका है। कुछ जगहों पर पानी की गहराई तीन फीट तक पहुंच गई है।
ग्रामीणों में परेशानी
ग्रामीणों को आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है। कई लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं, जबकि कुछ लोग नावों और ऊंचे रास्तों के सहारे बाहर निकल रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए हालात और मुश्किल बन गए हैं। जिला प्रशासन के ओर बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। राहत और बचाव दलों को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है और प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही मेडिकल टीमों को भी तैयार रखा गया है ताकि बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके। हर साल बाढ़ से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है।