मनीष मेहता की रिपोर्ट, Jharkhand Hazaribagh: छह टीमें, छह होटल और एक ही वक्त पर धावा, ED और CBI के अंदाज़ में हजारीबाग जिला प्रशासन और जिला पुलिस की टीम के एक्शन से हड़कंप मच गया है। रांची-पटना फोरलेन पर एक साथ छह होटलों पर धावा बोलकर पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर दिया। कार्रवाई इतनी तेज और गुप्त थी कि होटल संचालक से लेकर वहां मौजूद युवक-युवतियां कुछ समझ ही नहीं पाए और रंगे हाथों दबोच लिए गए।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली
यह ऑपरेशन किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके के कई होटलों में अवैध देह व्यापार चल रहा है। सूचना पुख्ता थी, इसलिए पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एक विशेष टीम बनाई गई। फिर एक-एक होटल को चिह्नित किया गया और अलग-अलग दंडाधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी। जैसे किसी जांच एजेंसी की रेड होती है, बिल्कुल वैसी ही तस्वीर हजारीबाग में दिखी। छह टीमें, छह होटल और एक ही वक्त पर धावा। पुलिस ने होटल रेस्टोरेंट 7 डेज, होटल रुक्मणी, होटल टू ईंट, होटल स्पाइसी, होटल सिद्धिविनायक और होटल वर्णिका में एक साथ दबिश दी।
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23 युवक-युवतियां मौके से गिरफ्तार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि होटल संचालकों और पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस पूरे रैकेट की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं? कितने समय से यह धंधा चल रहा था? सबकी पड़ताल होगी। इस बड़ी कार्रवाई के बाद अब हजारीबाग के होटल कारोबार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या होटल की आड़ में सेक्स रैकेट का जाल फैल चुका था? और सबसे बड़ा सवाल – इतने लंबे वक्त तक यह सब चलता रहा और किसी को भनक क्यों नहीं लगी? कार्रवाई में 23 युवक-युवतियां पकड़े गए हैं। होटल संचालकों से पूछताछ जारी है। किसी भी कीमत पर ऐसे अवैध कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा|