भाविक जोशी की रिपोर्ट, Gujarat: जूनागढ़ ज़िले में कल हुई भारी बारिश के कारण गिरनार पहाड़ी पर एक चौंकाने वाली घटना घटी। जटाशंकर महादेव मंदिर के दर्शन करने गए लगभग 150 श्रद्धालु अचानक हुई बारिश और उसके बाद आए पानी के तेज़ बहाव के बीच फंस गए। बारिश के कारण पहाड़ से नीचे आए घोड़ापुर ने लोगों की हालत और ख़राब कर दी और लोग काफ़ी देर तक वहाँ दहशत में फंसे रहे। गौरतलब है कि मौसम विभाग ने जूनागढ़ ज़िले में पहले ही ऑरेंज अलर्ट घोषित कर दिया था। लेकिन प्रशासन की ओर से पर्याप्त एहतियात नहीं बरते गए। जिससे लोग सीधे तौर पर खतरे में पड़ गए। गिरनार जैसे पहाड़ी इलाकों में बारिश के बाद पानी का बहाव अचानक बढ़ जाता है और लोग अक्सर ऐसी स्थिति में फंस जाते हैं।
तुरंत मौके पर पहुंची टीम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। मुश्किल हालात के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लोगों की भारी संख्या के कारण अभियान मुश्किल हो गया था, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से सभी श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। गौरतलब है कि प्रशासन ने गिरनार के विभिन्न इलाकों में पहले से ही चेतावनी बोर्ड लगा रखे हैं। इन बोर्ड पर साफ लिखा है कि भारी बारिश के दौरान लोग पहाड़ी इलाकों में न जाएँ। फिर भी, लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यहाँ आते-जाते रहते हैं। प्रशासन ने बोर्ड तो लगा दिए हैं, लेकिन उनका सख्ती से पालन नहीं करा पा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना
गिरनार इलाके में अक्सर ऐसा खतरा बना रहता है। बारिश के दिनों में यहाँ आने वाले पर्यटक अक्सर पानी में फँस जाते हैं, जिसके कारण वन विभाग और पुलिस को बार-बार बचाव अभियान चलाना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन नियमों का सख्ती से पालन करे और चौकीदार तैनात करे, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।हर साल त्योहारों और छुट्टियों के दौरान दूर-दूर से लोग गिरनार में स्नान करने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आते हैं। लेकिन भारी बारिश के दौरान पर्यटकों के लिए सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है। कल की घटना ने एक बार फिर हमें इस तथ्य की याद दिला दी है कि प्रकृति के प्रति मानवीय लापरवाही के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।