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Chhattisgarh News: आजादी के बाद पहली बार इस गांव में हुआ ध्वजारोहण, ग्रामीणों ने किया ऐसा काम, देख चौड़ा हो जाएगा हर हिंदुस्तानी का सीना

धर्मेंद्र सिंह,बस्तर :छतीसगढ़ के बस्तर संभाग में आज भी कई ऐसे गांव है जहाँ आज भी नक्सल वाद के कारण गांव में विकास नही पहुँच सका है।बुनियादी आवश्यकताएँ तो दूर वहाँ आज तक गांव में सड़क तक नही बन पाई है लेकिन दो वर्ष में नक्सलियों की जिस इलाको में नक्सली दहसत का बोलबाला था

By: Ratna Pathak | Published: August 15, 2025 4:14:30 PM IST



धर्मेंद्र सिंह की रिपोर्ट,बस्त :छतीसगढ़ के बस्तर संभाग में आज भी कई ऐसे गांव है जहाँ आज भी नक्सल वाद के कारण गांव में विकास नही पहुँच सका है।बुनियादी आवश्यकताएँ तो दूर वहाँ आज तक गांव में सड़क तक नही बन पाई है लेकिन दो वर्ष में नक्सलियों की जिस इलाको में नक्सली दहसत का बोलबाला था। अब उसी गाँव में धीरे धीरे पुलिस केम्पस खुल रहे है और गांव में विकास पहुँच रहा है।

नक्सल प्रभावित में पहली बार 15 अगस्त को ध्वजारोहण

 बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित 29 गांवों में आजादी के बाद पहली बार 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाएगा। इन सभी इलाकों में पुलिस कैंप स्थापित करने के साथ साथ पहली बार ध्वजारोहण भी किया जाएगा। इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की है। बता दें कि बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाकों में लोग दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे है इन इलाकों में प्रशासन की पहुंच न होने के कारण लोग नक्सलियों के तुगलकी फरमान मानने केलिए विवश थे।छतीसगढ़  के बस्तर धुर नक्सल प्रभावित 29 गांवों में आजादी के बाद पहली बार 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया गया इन सभी इलाकों में पुलिस कैंप स्थापित किए गए है। कैंपों  और गांव में ध्वजारोहण किया जाएगा।

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 बदलती परिस्थिति में विश्वास का माहौल

नक्सली देश की आजादी को झूठी आजादी बता कर इसका विरोध करते हैं यही कारण नक्सल दहशत के चलते प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय पर्व पर न तो ध्वजारोहण होता है न ही सरकारी आयोजन होते है बल्कि कई स्थानों पर नक्सली विरोध स्वरूप काला झंडा भी फहराते थे। वर्ष 2024 के बाद अब प्रभावित इलाकों की तस्वीर बदल चुकी है। सुरक्षा बलों और प्रशासन की लगातार कोशिशों, विकास कार्यों, और बदलते माहौल ने इन गांवों में विश्वास का माहौल पैदा किया है। 

अंदरूनी इलाको में पुलिस कैम्प की स्थापना

नारायणपुर जिले में होरादी, गारपा, कच्चपाल, कोड़लियार, कुतुल, बड़ेमाकोटी,पद्मकोट, कांदुलनार , नेलांगुर, पांगुर , रायनार में ध्वजारोहण होगा। सुकमा जिला के रायगुडेम तूमालपाड़, गोलाकुंडा, गोंमगुडा, मेट्टागुडा, उसकावाया, मुलकातोंग में तिरंगा लहराएगा। बीजापुर जिले के गांव कोंडापल्ली, जीडापल्ली, वातेबागू, कर्रेगुट्टा, पीडिया, गूंजेपर्ती, पुजारी कांकेर,भीमारम, कोरचोली,कोटपल्ली में ध्वजारोहण किया गया।
सुकमा एसपी किरण चौहाण ने बताया कि लगातार अंदरूनी इलाको में पुलिस कैम्प की स्थापना हो रही है! 

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 नेल्लानार योजना के तहत विकास कार्यों का आयोजन

गांव में मोबाइल टावर से लेकर सड़क बिजली सही उन गांवों में नियद नेल्लानार योजन के तहत ग्रामीणों को हर मूल बहुत के साथ गांव में विकास कार्यों किये जा रहे है सुकमा जिला के रायगुडेम तूमालपाड़, गोलाकुंडा, गोंमगुडा, मेट्टागुडा, उसकावाया, मुलकातोंग गांव  में स्वतंत्रता दिवस आज पहली बार तिरंगा झंडा फहरा कर मनाया गया!  ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा गया !ग्रामीण न केवल ध्वजारोहण की तैयारी में जुटे हैं और तिरंगा फहराया  बल्कि उत्साह के साथ इन आयोजनों में भाग लिया

कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर सरकार केंद्रित

 आपको बता दे कि छतीसगढ़ सरकार की नेल्लानार योजना है जिसका उद्देश्य राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों जैसे बीजापुर, सुकमा, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में विकास कार्यों को बढ़ावा देना है यह योजना इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाएं और कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन किया गया और इन योजनाओं से गांवों में छतीसगढ़ सरकार लाभ पहुंचाने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है!

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