Taiwan: जन्म दर में लगातार गिरावट के चलते ताइवान सरकार ने सब्सिडी बढ़ाने का फैसला किया है। इसके तहत, ताइवान में बच्चा पैदा करने पर लगभग 6 लाख (6700 डॉलर) दिए जाएँगे। सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है। जल्द ही कैबिनेट से मंज़ूरी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
सब्सिडी बढ़ाने का फैसला
ताइवान के स्थानीय मीडिया के अनुसार, सरकार ने आईवीएफ की मदद से बच्चा पैदा करने वालों के लिए सब्सिडी बढ़ाने का फैसला किया है। पहले सरकार बच्चा पैदा करने पर लगभग 3330 डॉलर देती थी, जिसे अब बढ़ाकर 6700 डॉलर करने की तैयारी है।
दिए जाएँगे 6700 डॉलर
ताइवान एचपीए के महानिदेशक शेन चिंग-फेन ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रस्तावित वृद्धि के तहत, दूसरे से छठे उपचार के लिए सब्सिडी को पहले चक्र के स्तर पर लाया जाएगा। ताइवान में ज़्यादातर मरीज़ों को कम से कम 2 चक्र पूरे करने होते हैं। यानी अब यहाँ बच्चा पैदा करने पर कम से कम 6700 डॉलर दिए जाएँगे।
चीनी सरकार ने हाल ही में जनसंख्या वृद्धि को लेकर एक फ़ैसला लिया था। इसके अनुसार, प्रत्येक चीनी नागरिक को बच्चा पैदा करने पर 1.30 लाख रुपये देने की घोषणा की गई। चीनी सरकार ने कहा कि यह फैसला मुद्रास्फीति को देखते हुए लिया गया है।
चीन 2020 से प्रजनन दर बढ़ाने में लगा हुआ है। वर्षों से चीन में एक बच्चा पैदा करने का प्रावधान था, जिसे सरकार ने हटा दिया था। चीन को डर है कि अगर 2050 तक जनसंख्या नहीं बढ़ी, तो यहाँ युवाओं की कमी हो जाएगी।
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प्रजनन दर में भी गिरावट
वर्ष 2024 में ताइवान में लगभग 1 लाख 35 हज़ार बच्चों का जन्म हुआ, जो रिकॉर्ड निम्नतम है। ताइवान में पिछले 9 वर्षों से जन्म दर में लगातार गिरावट आ रही है। वर्ल्डमीटर के अनुसार, ताइवान की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 30 लाख है। यहाँ की कुल जनसंख्या का 20 प्रतिशत 65 वर्ष से अधिक आयु का है।
ताइवान की प्रजनन दर 0.85 है, जो चीन से भी कम है। यही कारण है कि ताइवान अपनी जनसंख्या बढ़ाने में लगा हुआ है। ताइवान में शादी की उम्र भी काफ़ी ज़्यादा है।
ताइवान और चीन टेंशन
ताइवान और चीन के बीच सीधी दुश्मनी है। ताइवान ख़ुद को एक स्वतंत्र देश कहता है। चीन उसे अपना गुलाम मानता है। ताइवान और चीन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। अमेरिकी ख़ुफ़िया सूत्रों ने हाल ही में एक रिपोर्ट दी, जिसमें कहा गया था कि चीन 2027 में ताइवान पर कब्ज़ा करने की कोशिश करेगा। चीन से लड़ने के लिए ताइवान लगातार अमेरिका से हथियार ख़रीद रहा है।