सुल्तानपुर से रवि श्रीवास्तव कि रिपोर्ट
“सफर-ए -इश्क़” जुलूस में लहराया तिरंगा
Tiranga Rally: सुल्तानपुर में बुधवार को सफर-ए-इश्क के जुलूस में लहराया तिरंगा लगे देशभक्ति नारे। सफर-ए -इश्क के जुलूस के दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के लगे गगन चुम्बी नारे। जुलूस में काफी संख्या में शिया समुदाय के पुरुषों के अलावा महिलाएं एवं बच्चे व वृद्धजनों ने बढ़चढ़ कर शिरकत की। जुलूस में शामिल लोगों ने मजहबी झंडों के साथ-साथ तिरंगे झण्डे को लहराते हुए हिंदुस्तान जिंदाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए। जुलूस के स्वागत के लिए जगह-जगह स्वागत के लिए स्टॉल बनाए गए थे और इन स्टालों पर जुलूस में शामिल लोगों के लिए पानी व नाश्ते की भी व्यवस्था की गई थी। जुलूस की सुरक्षा में जगह-जगह काफी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे और जुलूस के साथ-साथ भी पुलिसकर्मी जुलूस की समाप्ति तक लगे रहे।
Jaisalmer News: पाक हैंडलर को भेजी सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली, 8 दिन पहले पकड़ा गया था
दरअसल सुल्तानपुर में बुधवार को सफर-ए इश्क जुलूस निकाला गया। अलीगंज स्थित दरगाह हज़रत अली से लम्बा पैदल मार्च शहर स्थित घासीगंज क़र्बला में समाप्त हुआ। जुलूस में हिंदुस्तान जिंदाबाद आतंकवाद मुर्दाबाद के जहां गगन चुम्बी नारे लगे वही लब्बैक या हुसैन की गूंज भी सुनी गई।
जुलूस से पूर्व दरगाह हजरत अली पर मौलाना असगर नकी ने मजलिस को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि यजीद को आज कुछ बचाने वाले खड़े हो रहे हैं वो इसलिए ताकि उसे कुर्सी किसने दिया यह नहीं खुल सके। उन्होंने कहा अल्लाह से बगावत करने वाले फिरऔन, नमरूद और शद्दाद जैसे जालिम की कोई पैरवी नहीं करता लेकिन यजीद की पैरवी करके लोग यह बताते हैं अभी यजीद के रिश्तेदार बचे हैं।
मौलाना ने यह भी कहा कि यजीद जिस शाम में हुकूमत करता था आज उसकी कब्र वहां नहीं है लेकिन हज़रत इमाम हुसैन की बहन जनाबे ज़ैनब का रौजा आज भी शाम में है, इससे साबित है जीता कौन है और हारा कौन है।
जुलूस में सैकड़ों की संख्या में शिया समुदाय की औरत, मर्द और बच्चों ने जहां काले झंडे हाथ में ले रखे थे वही तिरंगा भी लेकर जुलूस में शिया समुदाय के लोग निकले थे। सभी आतंकवाद मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। जुलूस में मेडिकल सेवा के लिए रजा हॉस्पिटल की ओर से नि:शुल्क कैम्प की व्यवस्था की गई थी। इसके अतिरिक्त अंजुमन अब्बासिया सुरौली व अंजुमन रिज़विया हसनपुर की ओर से पानी आदि की व्यवस्था की गई। असरोगा टोल प्लाजा पर अरमान की ओर से सबील की व्यवस्था की गई। इसके अतिरिक्त अंजुमन शब्बीरिया जुड़ूपुर, अंजुमन हैदरिया मनियारपुर, अंजुमन जीनतुल अजा अलीगढ़ आदि की ओर से रास्ते में सबील लगाई गई। शहर स्थित क़र्बला घासीगंज पर जुलूस शाम को समाप्त हुआ जहां मौलाना जीशान हैदर खान ने जियारते अरबाईन पढ़ाया।
Varanashi Crime: मां को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख लिया था मासूम बेटा,आशिक ने गला दबाकर मार डाला
आयजकों ने प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया
इस मौके पर मौलाना रजी, आफताब आलम ऊर्फ भईया, जीशान, सोनू, आलम रिजवी, ग़मखार हुसैन, मोहम्मद हसनैन, अली इमाम, मौलाना असगर नकी,नजर नकी, अमन सुल्तानपुरी आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे। जुलूस की देखभाल कर रहे बलागत हुसैन ने जुलूस में शामिल होने वाले सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने एसडीएम सदर बिपिन द्विवेदी, सीओ सिटी प्रशांत सिंह, नगर कोतवाल धीरज कुमार और बंधुआकला एसओ धर्मवीर सिंह का भी जुलूस निकालने की परमीशन देने से लेकर सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग देने के लिए धन्यवाद प्रकट किया है।