General Upendra Dwivedi: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य झड़प को ‘शतरंज का खेल’ बताते हुए, थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना को पाकिस्तान के ‘अगले कदम’ के बारे में पता नहीं था और इसे ‘ग्रेज़ोन’ कहा, जिसका अर्थ है कि कोई ‘पारंपरिक अभियान’ नहीं अपना सकता।
भारतीय सेना ने दुश्मन को दी ‘शह-मात’
जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना ने जो किया वह पारंपरिक अभियान से ‘बस थोड़ा कम’ था। उन्होंने आगे कहा कि वे शतरंज की चालें चल रहे थे। पाकिस्तान का नाम लिए बिना, उन्होंने कहा कि दुश्मन भी शतरंज की चालें चल रहा था। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सेना उन्हें ‘शह-मात’ दे रही थी, जबकि कहीं न कहीं वे ‘मारने’ की कोशिश कर रहे थे। सेना प्रमुख ने ये बयान आईआईटी मद्रास में एक कार्यक्रम के दौरान दिया है।
उन्होंने हालिया सैन्य झड़प में पाकिस्तान के इस दावे का भी मज़ाक उड़ाया कि वह जीत गया। उन्होंने कहा, “अगर आप किसी पाकिस्तानी से पूछें कि आप हारे या जीते, तो वह कहेगा कि मेरा सेनापति फील्ड मार्शल बन गया है। हम ही जीते होंगे, इसलिए वह फील्ड मार्शल बन गया है।”
#WATCH | Speaking on Operation, Chief of Army Staff (COAS) General Upendra Dwivedi says, “…On 23rd, we all sat down. This is the first time that RM (Defence Minister Rajnath Singh) said, ‘enough is enough’. All three chiefs were very clear that something had to be done. The… pic.twitter.com/aSFRXsS2qn
— ANI (@ANI) August 9, 2025
‘बस, अब बहुत हो गया’
जनरल द्विवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के एक दिन बाद, 23 अप्रैल को शीर्ष सैन्य अधिकारियों और राजनीतिक नेतृत्व के बीच एक बैठक हुई, जहाँ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘बस, अब बहुत हो गया’ और सशस्त्र बलों को ‘क्या करना है, यह तय करने’ की पूरी छूट दी। उन्होंने कहा कि तीनों सेना प्रमुख इस बात पर बिल्कुल स्पष्ट थे कि कुछ तो करना ही होगा।
जनरल द्विवेदी ने कहा, “ऐसा आत्मविश्वास, राजनीतिक दिशा और राजनीतिक स्पष्टता हमने पहली बार देखी… यही आपका मनोबल बढ़ाती है। इसी से हमारे सेना कमांडर-इन-चीफ को ज़मीन पर रहकर अपनी समझ के अनुसार काम करने में मदद मिली।”
ऐसे बनाई गई योजना
उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को सेना के शीर्ष अधिकारियों ने उत्तरी कमान का दौरा किया और “नष्ट किए गए नौ लक्ष्यों में से सात की योजना बनाई, उनकी परिकल्पना की और उन्हें अंजाम दिया।”
उन्होंने कहा, “29 अप्रैल को हमने पहली बार प्रधानमंत्री से मुलाकात की… यह जानना महत्वपूर्ण है कि कैसे एक छोटा सा नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरे देश को जोड़ता है… यह एक ऐसी चीज है जिसने पूरे देश को प्रेरित किया, यही कारण है कि पूरा देश कह रहा था कि आपने इसे क्यों रोक दिया? यह सवाल पूछा जा रहा था और इसका पर्याप्त उत्तर दिया गया है।”
IAF ने 6 पाक विमानों को मार गिराया
बता दें इससे पहले एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भी खुलासा किया था कि, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायु सेना ने छह पाकिस्तानी विमानों – जिनमें पाँच लड़ाकू विमान और एक अन्य बड़ा विमान शामिल है – को मार गिराया था। यह इस विशाल सैन्य हमले के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान का पहला बड़ा खुलासा है।