Cousin Marriage In Islam: जैसा की आप सभी जानते हैं कि, इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। इस धर्म के मानने वालों की संख्या अरबों में है। जब 7वीं शताब्दी के आसपास इस्लाम की उत्पत्ति हुई, तब इसे सबसे आधुनिक धर्म बताया गया। कहा जाता है कि, इस धर्म के नियम-कानून बेहद आधुनिक और वैज्ञानिक थे। लेकिन, समय के साथ, कई धर्मों की तरह इसमें भी कई बुराइयाँ हैं। वहीँ एक अजीबोगरीब प्रथा इस्लाम धर्म में पीढ़ियों से चलती आ रही हैं। ऐसी ही एक प्रथा है जिसमे लड़के अक्सर अपनी चचेरी बहनों से ही शादी करते हैं।
इस देश में होती हैं बहनों से शादी
आज हम आपको एक ऐसे इस्लामिक देश के बारे में बताने जा रहे हैं। जहाँ हर लड़के की पहली कोशिश अपनी चचेरी बहन से शादी करने की होती है। वहीँ इस कोशिश में आधी से ज़्यादा शादियाँ परिवार में ही होती हैं। ऐसी शादियों की वकालत करने वाले इसके कई बड़े फायदे गिनाते हैं, लेकिन सच तो यह है कि इन शादियों की वजह से इस देश में अक्सर बीमारियां फैलती हैं।
परिवार में ही कर लेते हैं निकाह
दरअसल, ऐसा किसी और देश में नहीं बल्कि हमारे अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान में होता है। आपको बता दें, दुनिया के सभी इस्लामिक देशों में परिवार में ही निकाह करने की परंपरा चली आई है। इन देशों में बड़े पैमाने पर परिवार के भीतर निकाह होते हैं। लेकिन, विकास की गति और विज्ञान के विकास के बाद, ऐसे विवाह कम हो गए, लेकिन पाकिस्तान अभी भी इस तरह की शादियां करता है। जिसकी वजह से उसे खुद परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
क्या कहता है विज्ञान?
समाचार पोर्टल द फ्राइडे टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आज भी पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में 65 से 70 प्रतिशत शादियाँ परिवार के अंदर ही होती हैं। वहीँ शहरी इलाकों में यह प्रतिशत 55 से 60 प्रतिशत है। इस रिपोर्ट की माने तो , आज भी 46 प्रतिशत शादियाँ सगे चचेरे भाइयों और बहनों के बीच होती हैं।दरअसल, चिकित्सा विज्ञान कहता है कि रक्त संबंधियों के बीच विवाह होने पर, लड़के और लड़की दोनों में परिवार के खराब जीन एक जैसे ही रहते हैं। ऐसे में, उस जीन के अगली पीढ़ी में स्थानांतरित होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर विवाह रक्त संबंधियों के बीच नहीं है, तो ऐसे खराब जीन के अगली पीढ़ी में स्थानांतरित होने की संभावना 50 प्रतिशत कम हो जाती है।