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PPF या FD! किसे चुनना बेहतर? यहां मिलगा निवेशकों को सबसे कठिन सवाल का जवाब

PPF Tax Benefits: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सरकारी बचत योजना है, जो उन लोगों के लिए बनाई गई है जो लंबे समय के लिए सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं. इसमें पैसा 15 साल के लिए जमा करना होता है, जिसे लॉक-इन पीरियड कहते हैं. PPF में हर साल सरकार द्वारा तय किया गया ब्याज मिलता है, जो अभी करीब 7% के आसपास है.

By: Heena Khan | Published: December 17, 2025 1:28:24 PM IST



PPF VS FD: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सरकारी बचत योजना है, जो उन लोगों के लिए बनाई गई है जो लंबे समय के लिए सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं. इसमें पैसा 15 साल के लिए जमा करना होता है, जिसे लॉक-इन पीरियड कहते हैं. PPF में हर साल सरकार द्वारा तय किया गया ब्याज मिलता है, जो अभी करीब 7% के आसपास है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें लगाया गया पैसा, उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी रकम तीनों पर कोई टैक्स नहीं लगता. यानी यह एक पूरी तरह टैक्स-फ्री निवेश है. PPF में जोखिम बहुत कम होता है क्योंकि यह सरकार द्वारा संचालित योजना है. छोटे निवेशक भी इसमें आसानी से निवेश कर सकते हैं और हर साल थोड़ा-थोड़ा पैसा जोड़कर भविष्य के लिए अच्छा फंड बना सकते हैं. रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई या भविष्य की बड़ी जरूरतों के लिए PPF एक भरोसेमंद विकल्प माना जाता है.

FD क्या है और इसमें निवेश क्यों करें

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक बहुत ही लोकप्रिय निवेश विकल्प है, जिसे बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक और पोस्ट ऑफिस ऑफर करते हैं. इसमें आप एक तय समय के लिए पैसा जमा करते हैं और उस पर पहले से तय ब्याज दर मिलती है. FD की अवधि कुछ महीनों से लेकर कई सालों तक हो सकती है. FD का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें पैसा जरूरत पड़ने पर समय से पहले निकाला जा सकता है, हालांकि कभी-कभी थोड़ा पेनल्टी देना पड़ता है. FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्स के दायरे में आता है. अगर साल भर में ब्याज 40,000 से ज्यादा हो जाता है, तो उस पर TDS भी कटता है. FD उन लोगों के लिए सही है, जिन्हें थोड़े समय में सुरक्षित रिटर्न और जरूरत पड़ने पर पैसा निकालने की सुविधा चाहिए.

PPF और FD में कौन सा बेहतर है

अगर रिटर्न और टैक्स की बात करें, तो PPF लंबी अवधि में FD से बेहतर साबित होता है. PPF पर ब्याज टैक्स-फ्री होता है, जबकि FD का ब्याज टैक्सेबल होता है. भले ही कुछ FD पर ब्याज दर 7.5% या 8% तक मिल जाए, लेकिन टैक्स कटने के बाद असली रिटर्न कम हो जाता है. वहीं PPF में ब्याज थोड़ा कम होने के बावजूद टैक्स नहीं लगता, इसलिए अंत में मिलने वाली रकम ज्यादा होती है. हालांकि, FD लिक्विडिटी के मामले में बेहतर है क्योंकि इसमें पैसा आसानी से निकाला जा सकता है. इसलिए, अगर आपका लक्ष्य लंबी अवधि का सुरक्षित और टैक्स-फ्री निवेश है, तो PPF बेहतर है. लेकिन अगर आपको कम समय के लिए निवेश और जल्दी पैसा निकालने की सुविधा चाहिए, तो FD सही विकल्प हो सकता है.

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