Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आने में अब बस थोड़ा सा ही समय बचा हुआ है. बिहार में इस बार का चुनाव कई मायनों में पिछले चुनाव से अलग रहा है. इस बार दोनों चरणों में जमकर वोटिंग हुई, जिसके चलते पुराने रिकॉर्ड भी टूटे. इसके अलावा इस बार महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट दिया है.
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार राज्य में कुल 66.91 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो बिहार के चुनावी इतिहास में अब तक की सबसे अधिक है. 1951 में पहले विधानसभा चुनाव के बाद से आज तक इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने कभी भागीदारी नहीं की थी.
चुनाव आयोग के आकड़ों के मुताबिक पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ, जबकि दूसरे चरण में यह आंकड़ा बढ़कर 68.76 प्रतिशत तक पहुंच गया. वहीं अगर हम परिणामों की तैयारियां की बात करें तो वो भी पूरी हो चुकी हैं. चलिए उस पर एक नजर डाल लेते हैं.
38 जिलों में 46 काउंटिंग सेंटर, सुरक्षा चाक-चौबंद
चुनाव आयोग ने 38 जिलों में 46 काउंटिंग सेंटर बनाए हैं, जहां दो-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है. अंदरूनी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) को दी गई है, जबकि बाहरी सुरक्षा राज्य पुलिस के हाथों में होगी. हर मजबूत कमरे पर डबल-लॉक सिस्टम लगाया गया है और सीसीटीवी कैमरों के जरिए 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है.
243 रिटर्निंग ऑफिसर, 18,000 से अधिक काउंटिंग एजेंट
राज्यभर में कुल 243 रिटर्निंग ऑफिसर और 243 काउंटिंग ऑब्जर्वर इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे. 4,372 काउंटिंग टेबल लगाई गई हैं, जिन पर प्रत्येक पर एक सुपरवाइजर, एक असिस्टेंट और एक माइक्रो ऑब्जर्वर मौजूद रहेगा. इसके अलावा 18,000 से अधिक काउंटिंग एजेंट भी गिनती की प्रक्रिया पर नज़र रखेंगे.
सुबह 8 बजे से शुरू होगी गिनती
गिनती का काम सुबह 8 बजे पोस्टल बैलेट्स से शुरू होगा, जबकि 8:30 बजे से ईवीएम की राउंडवार गिनती शुरू होगी. प्रत्येक राउंड में ईवीएम की सील और नंबर फॉर्म 17C से मिलाए जाएंगे. किसी भी तरह के मिलान में गड़बड़ी मिलने पर तुरंत उस बूथ की VVPAT स्लिप की गिनती अनिवार्य रूप से की जाएगी. हर विधानसभा सीट पर पांच बूथों की VVPAT स्लिप को रैंडम तरीके से चुना जाएगा और उन्हें ईवीएम रिजल्ट से क्रॉस-चेक किया जाएगा.
पुलिस बल पूरी तरह से सतर्क
सुरक्षा के लिए 106 कंपनियों को बाहर से बुलाया गया है. राज्यभर में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है और कई जिलों में भीड़ नियंत्रण के लिए काउंटिंग डे पर स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी.