Hockey India: हाथ मिलाना, जो आमतौर पर खेल से पहले या बाद में किया जाने वाला एक साधारण खेल-संबंधी संकेत है, हाल के महीनों में राजनीतिक बहस का विषय बन गया है. पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के सम्मान में भारत की मेंस क्रिकेट टीम ने अपने पाकिस्तानी विपक्षियों से हाथ मिलाने से इन्कार कर दिया, एक बार नहीं, बल्कि लगातार 3 रविवारों में 3 बार, और अगले हफ्ते के आखिर में महिला विश्व कप के दौरान महिला टीम ने भी ऐसा ही किया. ऐसे में कई लोगों को उम्मीद थी कि अन्य खेलों के खिलाड़ी भी भारतीय क्रिकेट के इस चलन को अपनाएंगे.
हालांकि, अक्टूबर के मध्य में स्थिति बदल गई जब भारत की मेंस जूनियर हॉकी टीम का सुल्तान जोहोर कप में पाकिस्तान से मुकाबला हुआ. 3-3 से ड्रॉ रहे एक रोमांचक मैच के बाद, दोनों तरफ के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को हाई-फाइव दिए, जिससे फैंस बेहद खुश हुए. भारत के इस कदम को सच्ची खेल भावना के प्रदर्शन के रूप में ऑनलाइन व्यापक रूप से सराहा गया.
हम विपक्षी हैं, दुश्मन नहीं
भारत की रजत पदक विजेता टीम के मिडफ़ील्डर रोशन कुजूर ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ एक ख़ास बातचीत में कहा कि ऐसा नहीं था कि हमें हाथ मिलाने से मना किया गया था. खिलाड़ी होने के नाते, हम सभी कड़ी मेहनत और लगन से खेलते हैं, और हमने उन्हें दुश्मन या ऐसा कुछ नहीं समझा. इसलिए हमने हाथ मिलाया. वे भी हमारे जैसे ही खिलाड़ी हैं.
टीम के डिफेंडर सुनील पीबी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमेशा जीत ही मायने रखती है. हमें उन्हें हराना होगा. लेकिन अंत में, यह ड्रॉ रहा. फिर भी, यह एक अच्छा मैच था.
दबाव और प्रदर्शन दोनों में संतुलन
भारत-पाकिस्तान मैच में आने वाले दबाव के बारे में विस्तार से बताते हुए, कुजूर ने कहा कि सबसे पहले, पाकिस्तान से हारना कोई विकल्प नहीं है. भारत-पाकिस्तान मैच में हमेशा दबाव होता है, नाम ही दबाव लाता है. लेकिन हमने इसे अच्छी तरह से संभालने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की.
एक प्रभावशाली अभियान के बाद, भारत ने ऑस्ट्रेलिया से 2-1 से मामूली हार के बाद सिल्वर मेडल जीता, जो पिछले संस्करण में उनके ब्रोंज मेडल से बेहतर था.
अब नजरें हॉकी इंडिया लीग पर
कुजूर और सुनील दोनों हॉकी इंडिया लीग (HIL) के आगामी सीज़न में वेदांत कलिंगा लांसर्स का प्रतिनिधित्व करेंगे. कुजूर पिछले सीज़न में टीम का हिस्सा थे, लेकिन सुनील मिनी-ऑक्शन के दौरान टीम में शामिल हुए नवीनतम खिलाड़ियों में से एक हैं. दोनों 21 वर्षीय खिलाड़ियों के लिए, HIL अपनी सीख को आगे बढ़ाने और अपने खेल को अगले स्तर तक ले जाने का एक मौका है.
कुजूर ने कहा कि मैं वरिष्ठ खिलाड़ियों से बात करूंगा, उनसे फीडबैक लूंगा कि मैं कैसे सुधार कर सकता हूं और उसे अपने खेल में लागू करूंगा.सुनील ने आगे कहा कि यह लांसर्स के साथ मेरा पहला सीज़न होगा. मैं अपनी ड्रैग फ्लिक को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करूंगा और आने वाले सभी बड़े खिलाड़ियों को देखकर उनसे सीखने की कोशिश करूंगा.
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